मुख्यधारा
उत्तर प्रदेश को एक और नया एक्सप्रेसवे मिल गया। पिछले कई दिनों से इसके उद्घाटन की तैयारी चल रही थी। शनिवार को प्रदेश जालौन जनपद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बटन दबाकर 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे (Bundelkhand express way) का लोकार्पण किया।
बुंदेलखंड की जनता को पिछले कई वर्षों से इस एक्सप्रेस वे का इंतजार था। अब बांदा से दिल्ली की दूरी मात्र 7 घंटे में पूरी हो सकेगी। जालौन में पीएम मोदी ने बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के बाद एक जनसभा को भी संबोधित किया।
पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि जिस धरती ने अनगिनत शूरवीर पैदा किए। जहां के खून में भारतभक्ति बहती है। जहां के बेटे-बेटियों के पराक्रम और परिश्रम ने हमेशा देश का नाम रोशन किया है। उस बुंदेलखंड की धरती को आज एक्सप्रेसवे का ये उपहार देते हुए मुझे विशेष खुशी मिल रही है।
प्रधानमंत्री ने यूपी में कनेक्टविटी की तारीफ करते हुए हर एक्सप्रेस-वे की खूबियां बताई। उन्होंने कहा कि यूपी का हर कोना नए सपनों को लेकर तेज गति से दौड़ने को तैयार हो चुका है। यही सबका साथ है। यही सबका विकास है। कोई पीछे न छूटे। इसी दिशा में डबल इंजन की सरकार काम कर रही है।
29 फरवरी साल 2020 को पीएम मोदी ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे (Bundelkhand express way) की आधारशिला रखी थी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 फरवरी, 2020 को बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए आधारशिला रखी थी। इसका निर्माण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने किया है। इसको बनाने 36 महीने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन यह रिकॉर्ड समय 28 महीने में ही पूरा कर लिया गया।
जालौन में पीएम मोदी ने बटन दबाते हुए 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का उद्घाटन किया। अभी यह एक्सप्रेसवे फोरलेन का है, आने वाले समय में से छह लेन का भी किया जा सकता है।
यह एक्सप्रेसवे चित्रकूट जिले में भरतकूप के पास गोंडा गांव में राष्ट्रीय राजमार्ग-35 से लेकर इटावा जिले के कुदरैल गांव तक फैला हुआ है, जहां यह आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के साथ मिल जाता है। यह 296 किमी लंबा एक्सप्रेस-वे चित्रकूट से शुरू होकर 7 जिलों से गुजरते हुए इटावा में खत्म हो रहा है। इटावा में ये लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे से मिला हुआ है। यानी, अब बुंदेलखंड से दिल्ली दूर नहीं।
बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे यूपी का शुरू होने वाला पांचवा एक्सप्रेसवे है
बता दें कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे यूपी का पांचवां एक्सप्रेस-वे है। इससे पहले राज्य में नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे, ग्रेटर नोएडा को आगरा से जोड़ने वाला यमुना एक्सप्रेस-वे, 302 किलोमीटर लंबा आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे और लखनऊ को गाजीपुर से जोड़ने वाला 341 किलोमीटर लंबा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पहले से चालू हैं।
वहीं छठवें एक्सप्रेसवे प्रयागराज से मेरठ के बीच 594 लंबे गंगा एक्सप्रेस-वे पर भी काम तेजी चल रहा है। मंच पर पीएम मोदी के साथ-साथ सीएम योगी, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल व डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और योगी सरकार में मंत्री स्वतंत्र देव सिंह भी मौजूद रहे।
वहीं दूसरी ओर पीएम मोदी के यूपी आने से पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक वीडियो ट्वीट किया है। इसमें आधी अधूरी सड़क दिख रही हैं।
उन्होंने लिखा है आधे-अधूरे बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन की हड़बड़ी बताती है कि इसका डिजाइन भी ऐसे ही चलताऊ बना है। तभी डिफेंस कॉरिडोर के पास होने के बाद भी यहां भाजपा सरकार, सपा काल में बने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे जैसी हवाई पट्टी न बना पाई। इसे चित्रकूट तक विकसित न करना दूरदृष्टि की कमी है।