चंपावत/मुख्यधारा
पिछले एक महीने से चंपावत विधानसभा उपचुनाव (champawat by-election) में व्यस्त उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज जरूर राहत महसूस कर रहे होंगे। इस मई महीने में सीएम धामी ने देहरादून से चंपावत चुनाव (champawat by-election) के लिए दर्जनों दौरे किए। इस दौरान उन्होंने कई जनसभाएं, रोड शो और डोर टू डोर प्रचार किया।
आज चंपावत विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया। इसी के साथ सीएम धामी का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया है। हालांकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी यहां अपना मतदान नहीं कर पाए। धामी का नाम खटीमा में मतदाता सूची में दर्ज है।
आज चंपावत में वोट डालने के लिए सुबह से ही बूथ केंद्रों पर जोश दिखाई दिया। चंपावत में सुबह 11 बजे तक 33.96 फीसदी मतदान हुआ । एक बजे तक 45.90 प्रतिशत मतदान हुआ है। दोपहर तीन बजे तक 51.05 प्रतिशत वोटिंग हुई।
चुनाव कार्यालय के आंकड़े के अनुसार शाम 5 बजे तक चंपावत में 61.5 फीसदी हुआ मतदान हुआ है। अभी यह मतदान प्रतिशत का आंकड़ा और बढ़ सकता है। कई जगह शाम 5 बजे के बाद भी मतदान जारी था।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत उपचुनाव (champawat by-election) को लेकर कहा कि यह अब पार्टी के बारे में नहीं है, बल्कि विकास के बारे में है। लोग बड़ी संख्या में विकास के लिए मतदान कर रहे हैं। बता दें कि मुख्यमंत्री धामी ने चंपावत की जनता से अधिक से अधिक वोट करने की अपील की थी। अब 3 जून को चंपावत विधानसभा चुनाव में वोटों की गिनती की जाएगी। सीएम पुष्कर सिंह धामी, कांग्रेस की निर्मला गहतोड़ी सहित चार प्रत्याशियों के बीच टक्कर है।
वहीं दूसरी ओर आज वोटिंग के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी ने चंपावत उपचुनाव (champawat by-election) में उनके एजेंटों को धमकाने का आरोप लगाया। बाहरी विधायकों और बीजेपी नेताओं के चंपावत में चुनाव को प्रभावित करने का आरोप लगाते हुए निर्मला गहतोड़ी कलक्ट्रेट में धरने पर बैठ गईं।
बता दें कि इस बार विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खटीमा से चुनाव हार गए थे। इसके बावजूद भाजपा हाईकमान ने उन्हें उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बनाया था। पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बने रहना है तो चंपावत चुनाव (champawat by-election) हर हाल में जीतना होगा।