तीन राज्य अलर्ट: चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय (Biparjoy’)’ खतरनाक रूप लिए तेजी से बढ़ रहा, मचा सकता है भारी तबाही, पीएम मोदी ने की हाईलेवल बैठक, वीडियो
मुख्यधारा डेस्क
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय लेकर गुजरात समेत कई राज्यों की सरकारें अलर्ट मोड पर आ गई हैं। चक्रवाती तूफान बिपरजॉय आने वाले समय में विकराल रूप धारण करने वाला है। मौसम विभाग ने इसे लेकर अलर्ट जारी किया है।
#WATCH | Maharashtra: High tidal waves witnessed at Marine Drive as cyclone #Biparjoy intensifies. pic.twitter.com/7E6K2sGJVb
— ANI (@ANI) June 12, 2023
चक्रवाती तूफान के 15 जून तक सौराष्ट्र और कच्छ तटों से टकराने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने रविवार को कहा कि ‘बिपरजॉय’ चक्रवात ‘अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान’ में बदल गया। यह 15 जून की दोपहर के आसपास सौराष्ट्र-कच्छ और इससे सटे पाकिस्तान के तटों से गुजर सकता है।
इसी को लेकर राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीटिंग की। इस मीटिंग में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत कई एनडीआरएफ से जुड़े अधिकारी भी शामिल हुए। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने चक्रवाती तूफान के मद्देनजर सौराष्ट्र और कच्छ तटों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
तूफान के कारण वलसाड में तेज हवा के साथ ऊंची लहरें उठती हुई दिखाई दे रही है। मुंबई में भी हाई अलर्ट जारी किया गया है। तटीय इलाकों के आस-पास लोगों के जाने पर पूरी तरह से रोक है। गुजरात के सात जिलों में चक्रवात के असर को लेकर अलर्ट भी जारी किया गया है।
राज्य के दक्षिणी और उत्तरी तटीय इलाके में अधिकारियों ने मछली पकड़ने पर रोक लगा दी है। इसी के साथ खतरे को भांपते हुए 1300 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
आने वाले 5 दिन देश के कई राज्यों में हलचल भरे होंगे। इसके साथ मौसम में भी बदलाव देखने को मिलेगा। तेज हवाओं के साथ आंधी भी आने का मौसम विभाग में अलर्ट जारी किया है।
इस तूफान के कारण सबसे अधिक तबाही 15 जून को हो सकती है। आईएमडी के अनुसार बिपरजॉय उत्तर-पूर्वोत्तर की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने कहा कि दक्षिण भारतीय राज्यों में चार दिनों में बारिश की संभावना है।
पिछले दो दिन से रत्नागिरी के समुद्र में बिपरजॉय तूफान के भारी असर देखने को मिले हैं। बिपरजॉय 6 दिनों बाद दिशा बदलकर अब खतरनाक हो गया है।
गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान दिखने लगा असर, 15 जून को मचा सकता है भारी तबाही
मौसम विभाग के अनुसार, अब यह पश्चिम-उत्तर दिशा की तरफ बढ़ रहा है। इसका असर राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में दिखना शुरू हो गया है। तूफान को ‘बिपरजॉय’ नाम बांग्लादेश ने दिया है। इसका मतलब ‘विपत्ति’ या ‘आपदा’ होता है।
राजस्थान गुजरात और महाराष्ट्र के अलावा भी उत्तर प्रदेश, दिल्ली एनसीआर हरियाणा में भी इसका असर दिखाई देगा। इसके साथ मौसम भी बदलेगा, तेज हवाए और बारिश साथ आंधी भी चलेगी।
मौसम विज्ञान विभाग की ओर से कहा गया है कि, “बिपरजॉय चक्रवात का सेंटर अरब सागर में बन रहा है। यह पोरबंदर के दक्षिण-पश्चिम में लगभग 450 किमी की दूरी पर है।
अनुमान है कि यह उत्तर में बढ़ सकता है और 15 जून की दोपहर तक कच्छ के तट को पार करेगा। जिसकी रफ्तार 125-135 किमी प्रति घंटा का पूर्वानुमान लगाई गई है।
मौसम विज्ञान महानिदेशक, डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने बिपरजॉय चक्रवात से 15 जून को सबसे ज्यादा खतरा बताया जा रहा है। ऐसे में सभी लोगों को घर के अंदर और सुरक्षित स्थान पर रहने के लिए एडवाइजरी जारी की गई है।
चक्रवात के आने से पेड़, बिजली के खंबे, सेलफोन टॉवर उखड़ सकते हैं इसकी वजह से बिजली और दूरसंचार में दिक्कत आ सकती है। इसकी वजह से खड़ी फसलों का भी नुकसान होगा।
बिपरजॉय तूफान अरब सागर से 6 दिन पहले उठा था। इसका असर 10 दिनों तक रह सकता है। यह हाल के दिनों में अब तक का सबसे लंबे समय तक रहने वाला तूफान है। आईआईटी मद्रास की स्टडी के मुताबिक, ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव में अरब सागर के ऊपर चक्रवाती तूफान लगातार और गंभीर होते जा रहे हैं।
पिछले चार दशकों में अरब सागर में साइक्लोन के ड्यूरेशन में 80% की बढ़ोत्तरी हुई है, जबकि बहुत गंभीर चक्रवातों की समय-सीमा में 260% का इजाफा देखा गया। समुद्र के ऊपर एक चक्रवाती तूफान जितने अधिक समय तक रहता है, उतनी ही ज्यादा ऊर्जा और नमी जमा होने की संभावना होती है। जिससे तूफान के और अधिक खतरनाक होने और जमीन से टकराने के बाद नुकसान पहुंचाने की संभावना बढ़ जाती है।