देहरादून/मुख्यधारा
उत्तराखंड के वन मंत्री सुबोध उनियाल ने सचिवालय स्थित वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली सभागार में आयोजित कार्यक्रम में वनाग्नि की रोकथाम हेतु जन-जागरूकता एवं प्रचार-प्रसार के माध्यम को सुदृढ़ करने हेतु वनाग्नि प्रबन्धन / नियंत्रण से सम्बन्धित डॉक्युमेंट्री फिल्म्स फॉर फॉरेस्ट डिपार्टमेंट, गवर्नमेंट ऑफ उत्तराखंड (Documentary Films for Forest Department, Govt. of Uttarakhand) का विमोचन किया।
इस अवसर पर वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि वन विभाग उत्तराखण्ड द्वारा तैयार किये गये यह संकलन भविष्य में वनाग्नि प्रबन्धन / नियंत्रण कार्य को सुदृढ़ करने में अत्यधिक सहायक सिद्ध होंगे।
वनाग्नि आपदा प्रबन्धन, उत्तराखण्ड के मुख्य वन संरक्षक निशांत वर्मा ने बताया कि वन मंत्री सुबोध उनियाल ने सचिवालय स्थित वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली सभागार में आयोजित कार्यक्रम में वन विभाग, उत्तराखण्ड द्वारा वनाग्नि सत्र 2022 में घटित वनाग्नि घटनाओं के प्रबन्धन / नियंत्रण के लिए की गयी कार्यवाही, तकनीकी का प्रयोग तथा किये गये अभिनव प्रयासों का संकलन सम्बन्धी वनाग्नि प्रबन्धन / नियंत्रण कार्यों की अध्यावधिक रिपोर्ट (वनाग्नि सत्र- 2022) एवं वनाग्नि की रोकथाम हेतु जन-जागरूकता एवं प्रचार-प्रसार के माध्यम को सुदृढ़ करने हेतु वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों की सराहना की। इस मौके पर वनाग्नि प्रबन्धन / नियंत्रण से सम्बन्धित डॉक्युमेंट्री फिल्म्स फॉर फॉरेस्ट डिपार्टमेंट, गवर्नमेंट ऑफ उत्तराखंड (Documentary Films for Forest Department, Govt. of Uttarakhand) का विमोचन किया गया।
कार्यक्रम में आर.के. सुधांशु प्रमुख सचिव वन एवं पर्यावरण, उत्तराखण्ड शासन, विनोद कुमार प्रमुख वन संरक्षक (HoFF), उत्तराखण्ड, ज्योत्सना सितलिंग-प्र – प्रमुख वन संरक्षक, वन पंचायत, उत्तराखण्ड, समीर सिन्हा प्रमुख वन संरक्षक, वन्यजीव उत्तराखण्ड, निशांत वर्मा मुख्य वन संरक्षक, वनाग्नि एवं आपदा प्रबन्धन, उत्तराखण्ड तथा डा. पराग मधुकर धकाते मुख्य वन संरक्षक सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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