Header banner

11 दिनों में 2587 मामले देख बाहरी राज्यों से दून में प्रवेश करने वालों का अब बॉर्डर पर ही होगा कोरोना टेस्ट

admin
20200912 130811

मुख्यधारा ब्यूरो
देहरादून। सितंबर का महीना कोरोना के लिहाज से देहरादून जनपद पर सर्वाधिक भारी पड़ा। यहां अब तक पिछले ११ दिनों में ही 2587 कोरोना संक्रमित मामले आ चुके हैं। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए अब दून में बाहरी राज्यों से प्रवेश करने वालों का कोरोना टेस्ट बॉर्डर पर ही किया जाएगा। हालांकि यदि उनके पास पिछले 96 घंटे पूर्व की कोरोना निगेटिव रिपोर्ट है तो उन्हें प्रवेश मिल सकेगा। यही नहीं टेस्ट कराने वालों को इसका खर्च भी अपनी जेब से देना होगा। इसके अलावा स्मार्ट सिटी पोर्टल पर अनिवार्य रूप से रजिस्टे्रशन कराना होगा।
बताते चलें कि यूं तो सितंबर माह में प्रदेशभर में कोरोना के रोजाना लगभग आठ सौ से एक हजार के बीच पॉजीटिव मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन इसकी चपेट में देहरादून जिला सबसे ज्यादा आया है। 11 सितंबर तक अकेले देहरादून जिले में 2587 कोरोना पॉजीटिव मामले आ चुके हैं।

मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी रोकथाम और बचाव के लिए अब बॉर्डर पर ही इसकी जांच की जाएगी। मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने शुक्रवार रात्रि से इसके आदेश जारी कर दिए हैं। जिसके बाद देहरादून के जिलाधिकारी ने इसे जिले में लागू कर दिया है। अब बॉर्डर के अलावा रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और बस अड्डों पर चैकिंग प्वाइंट बनाए जाने को लेकर कार्य किया जा रहा है। रिपोर्ट आने तक उक्त व्यक्ति को आइसोलेशन में रहना होगा।

देहरादून में एक सितंबर से 11 सितंबर तक आए पॉजीटिव मामले

11 सितंबर : 281
10 सितंबर : 275
9 सितंबर : 251
8 सितंबर : 248
7 सितंबर : 241
6 सितंबर : 235
5 सितंबर : 226
4 सितंबर : 205
3 सितंबर : 272
2 सितंबर : 184
1 सितंबर : 169

उपरोक्त आंकड़ों से स्पष्ट होता है कि 3 सितंबर से 11 सितंबर के बीच लगातार देहरादून में दो सौ से अधिक मामले आए, जो सर्वाधिक 281 तक पहुंचे। इसके अलावा एक सितंबर को 169 तो दो सितंबर को 184 संक्रमित देहरादून जिले से आए। हालांकि जनपद से इस दौरान काफी संख्या में मरीज स्वस्थ होकर अस्पताल से अपने घर भी लौट चुके हैं। इसे राहत के रूप में भी देखा जा रहा है। प्रदेश में कोरोना मरीजों की रिकवरी दर वर्तमान में 66.49% है।

स्वास्थ्य विभाग के लिए भी दून में तेजी से बढ़ रहे कोरोना आंकड़ों की रफ्तार को रोकना जरूरी हो गया है। यही कारण है कि दो सितंबर को जारी हुई गाइडलाइन में उत्तराखंड सरकार ने बॉर्डर पर ही कोविड टेस्ट वाली व्यवस्था को भी शामिल कर दिया है।

स्वास्थ्य महानिदेशक डा. अमिता उप्रेती कहती हैं कि कोविड से घबराने की जरूरत नहीं हैं। इसके लिए जरूरी है कि इस संबंध में जारी गाइडलाइन के नियमों का पालन किया जाए। जिससे स्वयं के साथ ही दूसरों को भी बचाया जा सकता है।

बहरहाल, देहरादून जिले सहित प्रदेश के लिए कोरोना से पार पाने के लिए सरकार का जनहित में यह अच्छा निर्णय माना जा रहा है। हालांकि आम और गरीब लोगों को कोविड टेस्ट का अत्यधिक भार न पड़े, इसका ध्यान रखना भी सरकार के लिए उतना ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उम्मीद है इस नई प्रक्रिया के बाद देहरादून सहित अन्य जनपदों को कोरोना से राहत मिल सकेगी।

Next Post

युवाओं के साथ छलावा कर रही प्रदेश सरकार। जनविरोधी नीतियों के विरोध में कांग्रेस का धरना

सत्यपाल नेगी/रुद्रप्रयाग रुद्रप्रयाग बाजार के नये बस अड्डे पर जिला कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर कांग्रेसियों ने उत्तराखण्ड सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सांकेतिक धरना दिया। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ईश्वर सिह बिष्ट के नेतृत्व मे […]
PicsArt 09 12 03.00.21

यह भी पढ़े