देहरादून/मुख्यधारा
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत(Trivendra singh rawat) का उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (uksssc) में हुए घोटाले के बाद अपनी ही सरकार के खिलाफ बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने घोटाले पर अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि नई जनरेशन के साथ अगर ऐसा अत्याचार होता है तो यह चिंता का विषय है।
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत(Trivendra singh rawat) का सुरकंडा में पौधारोपण का कार्यक्रम था। इस दौरान जब वे मसूरी पहुंचे तो यहां भाजपा मसूरी मंडल कार्यकर्ताओं ने उनसे मुलाकात की।
इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत(Trivendra singh rawat) ने पत्रकारों से वार्ता के दौरान कहा कि प्रदेश में भर्ती घोटाले जैसे मामले सामने आना चिंता का विषय है। इसमें हमारे सुयोग्य बच्चों के साथ शॉर्टकट, रिश्वत देने वाले लोग हमारी एजेंसी को प्रभावित कर रहे हैं। निश्चित तौर पर इस बारे में विचार करने की जरूरत है। क्योंकि जब कांग्रेस थी व जिस समय मैं मुख्यमंत्री बना था, उस समय भी इस तरह का घोटाला पकड़ में आया था। अब फिर इस तरह का घोटाला सामने आया है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में भी एक बार अधीनस्थ सेवा चयन आयोग बना था। इन्हीं कारणों से उसको भी वहां तब बंद करना पड़ा था।
उन्होंने(Trivendra singh rawat) कहा कि अगर नई जनरेशन के साथ इस तरह के अत्याचार होते हैं तो फिर सरकार को चाहिए कि उसको बंद करने पर विचार करें। इस तरह के काम करने वाले चाहे कोई भी हो, उसको पकड़ा जाना चाहिए और उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए।