2018 से फरार चल रहे फर्जी शिक्षक को सल्ट पुलिस ने दबोचा
अल्मोड़ा। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पिछले 22 वर्षों से स्कूलों में ड्यूटी करने वाले शिक्षक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
इस सम्बन्ध में थानाध्यक्ष सल्ट धीरेन्द्र कुमार पन्त ने बताया कि खवानी सिंह के विरुद्व फर्जी दस्तावेज से शिक्षक के पद पर तैनानी के सम्बन्ध में एसआईटी के जांच के उपरान्त राजस्व पुलिस क्षेत्र कूपी सल्ट में अभियोग पंजीकृत हुआ था। जिसके द्वारा वर्ष 1996 में फर्जी दस्तावेज बनाकर शिक्षा विभाग में सहायक शिक्षक के पद पर नियुक्ति प्राप्त कर 22 वर्षों की सेवा तीन विद्यालयों (प्रा0 विद्यालय ठुकरा, प्रा0 विद्यालय झारगॉव एवं प्रधानाचार्य सिराली बुड़ाकोट सल्ट) में दी गयी थी, जो कि वर्ष 2018 से फरार चल रहा था।
गहन विवेचना एवं दबिश के उपरान्त अभियुक्त खवानी सिंह को 31.08.2020 को क्रोकोडाइल व्यू रामनगर रोड मरचूला से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त उपरोक्त को पुलिस अभिरक्षा में न्यायालय भेजा जा रहा है।
पुलिस के अनुसार 2 अगस्त 2018 को राजस्व पुलिस क्षेत्र कूपी सल्ट में गीतिका जोशी उपशिक्षा अधिकारी द्वारा मु0अ0सं0-01/2018 धारा 420/467/468 बनाम् खवानी सिंह पुत्र स्व. पूरन सिंह निवासी ग्राम औरंगाबाद उर्फ सिकंदरपुर थाना शिवाला कला तहसील चांदपुर जनपद बिजनौर उत्तर प्रदेश पंजीकृत किया गया था। जिसकी विवेचना रेगुलर पुलिस को हस्तान्तरित की गयी।
प्रहलाद नारायण मीणा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा द्वारा 24 जूून 2020 को उक्त विवेचना थानाध्यक्ष सल्ट को सुपुर्द करते हुए गहन विवेचना के निर्देश एवं टीम गठित कर शीघ्र गिरफ्तारी के निर्देश दिये गये।
तपेश कुमार क्षेत्राधिकारी रानीखेत के पर्यवेक्षण में टीम गठित की गयी। थानाध्यक्ष द्वारा विवेचना के दौरान पुलिस टीम द्वारा अभियुक्त के मिलने के सभी सम्भावित स्थानों पर लगातार दिये जा रहे दबिश के दौरान सूचना प्राप्त होने पर वर्ष 2018 से लगातार फरार चल रहे खवानी सिंह को 31 अगस्त 2020 को गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तारी टीम में धीरेन्द्र कुमार पंत थानाध्यक्ष थाना सल्ट, जीवन सिंह ग्वाल, वीरेंद्र सिंह, शम्भू सिंह व चालक नरेंद्र सिंह शामिल थे।