Header banner

Forest fire: वनाग्नि घटनाओं पर प्रभावी रोकथाम को वन कर्मी बनाएं ग्रामीणों के साथ बेहतर तालमेल : सीएम धामी

admin
IMG 20240509 WA0022

मुख्यमंत्री ने वनाग्नि की घटनाओं (Forest fire) पर प्रभावी रोकथाम के लिये वन विभाग के कार्मिकों को ग्रामीणों के साथ बेहतर तालमेल बनाने के दिए निर्देश

  • हर साल वनों में लगने वाली आग को कम करने के लिये वन विभाग तैयार करे राज्य के लिए एक समावेशी प्लान। इस संबंध में देश के साथ ही विदेशो के विकसित मॉडल का हो अध्ययन
  • सड़क निर्माण एजेंसियां सड़क निर्माण में गुणवत्ता का रखें विशेष ध्यान
  • आम जन को गर्मी के सीजन में पेयजल की समस्या न हो, इसके लिए पेयजल की आपूर्ति सुचारू करने के अधिकारियों को दिये निर्देश

हल्द्वानी/मुख्यधारा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को फॉरेस्ट ट्रेनिंग अकादमी हल्द्वानी में वन, पेयजल, सड़क तथा विद्युत विभाग की समीक्षा की। उन्होंने वनाग्नि की घटनाओं पर प्रभावी रोकथाम और कार्मिकों के मनोबल को बनाए रखने के लिए उच्च अधिकारियो को मौके पर फील्ड में बने रहने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि ब्रिटिश काल की फायर लाइन जो अभी भी अस्तित्व में है, उन्हें रिस्टोर किया जाए, ताकि वनाग्नि से जंगलों को काफी हद तक बचाया जा सके।

मुख्यमंत्री ने वन विभाग के कार्मिकों को ग्रामीणों के साथ बेहतर तालमेल बनाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बेहतर तालमेल से किसी भी प्रकार की आपदा के समय ग्रामीण सहयोगी के रूप में भूमिका निभायेंगे। इससे आपदा के प्रभाव को कम करने में काफी हद तक मदद मिलेगी और ग्रामीण अपने वन-जंगल के प्रति भी जुड़ाव महसूस करेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि समय के साथ ही वनाग्नि की घटनाओं से निपटने में यद्यपि वन विभाग प्रयासरत है, फिर भी इस दिशा में वन विभाग राज्य के लिए एक समावेशी प्लान तैयार करे जिससे हर साल लगने वाली आग को कम से कम किया जा सके। उन्होंने इस संबंध में देश के साथ ही विदेशो के विकसित मॉडल का अध्ययन पर बल देते हुए कहा कि इसे जरूरत के हिसाब से अपने राज्य के प्लान में समावेशित किये जाने के प्रयास किये जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वन विभाग अपने ढांचे को निचले स्तर से सुदृढ़ कर बेहतर तरीके से कार्यों को क्रियान्वित करने पर ध्यान दें।

IMG 20240509 WA0021

मुख्यमंत्री ने सड़क निर्माण एजेंसियों को सड़क निर्माण में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। रोड सेफ्टी हेतु लगाए जा रहे क्रैश बैरियर पर क्षेत्र की परिस्थितिकी के अनुरूप पौधारोपण को भी कहा। आम जन को गर्मी के सीजन में पेयजल की समस्या न हो, इसके लिए पेयजल की आपूर्ति सुचारू करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि किसी भी कारणवश पेयजल लाइन बाधित होती है, वहां अतिरिक्त टैंकर लगाकर पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री ने सरकारी दफ्तरों में सोलर पैनल को बढ़ावा देने के लिए विद्युत विभाग को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए।

मुख्य वन संरक्षक पीके पात्रों ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि सभी फायर वाचर को पिरुल एकत्रित करने के निर्देश दिए गए हैं। जिससे भविष्य में आवश्यकतानुसार उपयोग किया जा सके। बैठक में जिलाधिकारी वंदना सिंह ने बताया कि जनपद में फरवरी 2019 से मई 2024 तक वनाग्नि की घटनाओं की तुलना में इस साल कम आग की घटनाएं घटित हुई है।

बैठक में विधायक लालकुआं डॉक्टर मोहन बिष्ट, डीआईजी डा. योगेन्द्र रावत, एसएसपी पीएन मीणा, जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, मंडी परिषद अध्यक्ष अनिल कपूर, डीएफओ टीआर बीजूलाल, अधीक्षण अभियंता जल संस्थान विशाल सक्सेना, एनडीआरएफ अनिल कुमार के साथ ही लोनिवि, विद्युत विभाग के अधिकारी मौजूद थे।

Next Post

बड़ी खबर (Forest fire) : लैंसडौन विधायक दिलीप रावत ने सीएम को लिखी चिट्ठी, बोले- वनाग्नि लापरवाही में बड़े अधिकारियों के खिलाफ भी होनी चाहिए कार्यवाही

बड़ी खबर: लैंसडौन विधायक दिलीप रावत ने सीएम को लिखी चिट्ठी, बोले- वनाग्नि (Forest fire) लापरवाही में बड़े अधिकारियों के खिलाफ भी होनी चाहिए कार्यवाही देहरादून/मुख्यधारा गत दिवस वनाग्नि (Forest fire) मामले में लापरवाही बरतने पर सीएम पुष्कर धामी के […]
1715265023259

यह भी पढ़े