मामचन्द शाह/देहरादून
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय हल्द्वानी के पत्रकारिता एवं मीडिया अध्ययन विद्याशाखा के अंतर्गत संचालित स्नातकोत्तर कार्यक्रम एमएजेएमसी 21 के चतुर्थ सेमेस्टर के छात्रों के लिए देहरादून में आयोजित की गई चार दिवसीय अनिवार्य शोध कार्यशाला का आज समापन हो गया है।
इस अवसर पर उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं मीडिया अध्ययन विद्याशाखा के विभागाध्यक्ष प्रो. (डा.) राकेश चन्द्र रयाल ने पत्रकारिता के छात्रों के लिए इस शोध कार्यशाला को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि छात्रों द्वारा तैयार किए जाने वाले लघु शोध में इस कार्यशाला का बहुत महत्व है, इसलिए कार्यशाला में चार दिनों तक सीखे गए अनुभव आपके लघु शोध के लिए महत्वपूर्ण होंगे।

देहरादून कैंपस में यह शोध कार्यशाला 22 अप्रैल से 25 अप्रैल तक चार दिनों तक संचालित हुई। इस दौरान प्रो. राजेश कुमार, डीन, पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल, दून विवि के ने संचार शोध, प्रो. (डा.) सुभाष चन्द्र थलेड़ी शोध, तत्व प्रकार एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण तथा मीडिया शोध एवं विकास पत्रकारिता को बड़े विस्तार से छात्रों को समझाया।
डा. संरचना सचदेवा ने सामाजिक अनुसंधान एवं शोध प्राविधि, डा. नीतिन कुमार ने शोध संदर्भ एवं संदर्भ ग्रंथ सूची, देहरादून के वरिष्ठ पत्रकार डा. अजय ढौंडियाल ने न्यू मीडिया और सामाजिक शोध, डा. चेतन भट्ट ने संचार शोध: मीडिया और सहज, एवं प्रो. सुखनंदन सिंह ने शोध प्रस्ताव के निर्माण की बारीकियों को समझाया।
प्रो. (डा.) राकेश चन्द्र रयाल ने संचार शोध : विषय एवं विषय का चयन, शोध प्रबंध (लघु शोध) का महत्व, शोध से संबंधित साहित्य का अध्ययन और उसका महत्व तथा एक अच्छा लघुशोध प्रबंध कैसे तैयार करें पर विस्तार से प्रकाश डाला, जिससे छात्रों द्वारा एक बेहतर लघु शोध की रचना की जा सके।
कार्यशाला के समापन अवसर पर आज कार्यशाला में भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं को प्रो. (डा.) राकेश चन्द्र रयाल ने प्रमाण पत्र वितरित किए।