एक्टिव हुआ मानसून: बारिश (Rain) में तरबतर हुए मैदान से लेकर पहाड़, उत्तराखंड में शुरू हुई मानसून की आफत, चार धाम यात्रा भी प्रभावित
देहरादून/मुख्यधारा
मानसून ने पूरे देश भर को अपने आगोश में ले लिया है। सबसे ज्यादा हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मानसून को लेकर पुलिस प्रशासन के साथ एनडीआरएफ की टीम को अलर्ट रहने के निर्देश जारी किए हैं। उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के बाद चार धाम यात्रा भी बुरी तरह प्रभावित हो गई है। केदारनाथ धाम की तीर्थयात्रा स्थगित कर दी गई है।
मौसम विभाग ने जिन 7 जिलों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है उनमें नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़, बागेश्वर, देहरादून, टिहरी और पौड़ी जिले शामिल हैं। ये सभी जिले हिमालयी क्षेत्रों में आते हैं। इस कारण यहां पर बारिश में मुसीबत ज्यादा बढ़ जाती है।
भारी बारिश के मद्देनजर पुलिस और एसडीआरएफ की टीमों को 24 घंटे अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन की टीम लगातार बरसात की मॉनिटरिंग कर रही है। इसके साथ ही कंट्रोल रूम भी तैयार किए गए हैं।
हिमाचल में मानसून ने तबाही मचानी शुरू कर दी है। बीते 24 घंटे के दौरान 3 लोगों की मौत हो गई है। भारी बारिश से एक पक्का मकान, 13 गाड़ियां और एक स्कूल बिल्डिंग क्षतिग्रस्त हो गई।
वहीं राजस्थान में मानसून की एंट्री हो गई। 35 फीसदी से ज्यादा एरिया में मानसून एक्टिव हो गया। पिछले 24 घंटे में मानसून की बारिश के कारण जगह-जगह बिजली गिरने से चार लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से पाली, चित्तौड़गढ़ में 1-1 और बारां में 2 की मौत हो गई। सड़कों और खेतों में पानी भर गया। वहीं बिहार के 17 जिलों में आज हल्की बारिश की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र ने इसको लेकर अलर्ट जारी किया है। पटना और आसपास के इलाके में बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश की भी संभावना है। इससे अधिकतम तापमान में 1 से 2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जा सकती है। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिल सकती है। मौसम विभाग ने कांगड़ा, मंडी, शिमला, सिरमौर, चंबा और कुल्लू जिलों में अचानक बाढ़ आने की संभावना के कारण फसलों, फलों के पेड़ों और अन्य पौधों को नुकसान पहुंचने की चेतावनी दी है।
मौसम विभाग ने सोमवार को अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश, आंधी और बिजली गिरने जबकि 27-29 जून तक गरज के साथ बौछारें पड़ने के साथ आंधी चलने संबंधी ‘येलो’ अलर्ट भी जारी किया है। वह इस बार राजधानी दिल्ली में भी मानसून 2 दिन पहले पहुंच गया। मौसम विभाग ने बताया कि 21 जून, 1961 के बाद से यह पहली बार है, जब दक्षिण-पश्चिमी मानसून दिल्ली और मुंबई दोनों जगह रविवार को एक साथ पहुंचा।
मौसम विभाग ने बताया कि दिल्ली में मानसून अपने तय समय से दो दिन पहले पहुंच गया, जबकि मुंबई में यह दो हफ्ते की देरी से पहुंचा।
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो दिन तक देश के 25 राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है। इन राज्यों में झारखंड, हिमाचल, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, मध्य प्रदेश, कोंकण और गोवा, छत्तीसगढ़, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, पूर्वी राजस्थान, गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ, तटीय कर्नाटक और केरल शामिल हैं।