हाईटेक ट्रेन की सौगात: उत्तराखंड को मिली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन (Vande Bharat Express Train), पीएम मोदी ने दिखाई हरी झंडी, दिल्ली-देहरादून के बीच शुरू
देहरादून/मुख्यधारा
उत्तराखंड को आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वंदे भारत ट्रेन की सौगात दी। राजधानी दिल्ली से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पीएम मोदी ने वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई।
वहीं दूसरी ओर देहरादून रेलवे स्टेशन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी हरी झंडी दिखाई। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए संबोधित करते हुए कहा अभी मैं कुछ देर पहले ही तीन देशों की यात्रा करके लौटा हूं।
आज पूरा विश्व भारत को बहुत उम्मीदों से देख रहा है। हम भारत के लोगों ने जिस तरह अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूती दी है, उसने पूरी दुनिया का विश्वास जगा दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है, मुझे याद है। जब मैं बाबा केदारनाथ का दर्शन करने गया था तो दर्शन के बाद अनायास ही मेरे मुख से कुछ पंक्तियां निकली थीं। ये पंक्तियां थीं- ये दशक उत्तराखंड का दशक होगा।
उत्तराखंड आज जिस तरह से कानून व्यवस्था को सर्वोपरि रखते हुए, विकास को आगे बढ़ा रहा है. वो बहुत सराहनीय है। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि पर्वतमाला योजना उत्तराखंड का भविष्य बदलने जा रही है। ट्रेन शुरू होने से राज्य में आने वाले यात्रियों के लिए फायदेमंद होगा।
वंदे भारत भारत के सामान्य परिवारों की पहली पसंद बनती जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अभी कुछ घंटे पहले ही मैं तीन देशों की यात्रा करके आया हूं आज पूरा विश्व भारत को उम्मीदों से देख रहा है। हमने जिस तरह अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूती दी है, जिस तरह हम गरीबी से लड़ रहे हैं उसने पूरी दुनिया का विश्वास जगा दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उत्तराखंड आज जिस तरह से कानून-व्यवस्था को सर्वोपरि रखते हुए विकास के अभियान को आगे बढ़ा रहा है वो बहुत सराहनीय है। मेरा विश्वास है कि ये देवभूमि आने वाले समय में पूरे विश्व की आध्यात्मिक चेतना के आकर्षण का केंद्र बनेगी। हमें इस सामर्थ्य के अनुरूप भी उत्तराखंड का विकास करना होगा।
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने संबोधित करते हुए वंदे भारत एक्स्प्रेस ट्रेन सौंपने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया। पुष्कर धामी ने कहा कि “आज का दिन देवभूमि उत्तराखण्ड के लिए ऐतिहासिक दिन है, यह हम सब का सौभाग्य है कि हम इस दिन के साक्षी बन रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि मुझे विश्वास है कि ये देवभूमि आने वाले समय में पूरे विश्व की आध्यात्मिक चेतना के आकर्षण का केंद्र बनेगी। हमें इस सामर्थ्य के अनुरूप ही उत्तराखंड का विकास करना होगा।
इससे पहले, इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह रेलवे का स्वर्णिम युग है। स्वदेश में निर्मित सेमी हाईस्पीड ट्रेन यहां से चलने जा रही है। जल्द ही दुर्गम इलाकों में भी ऐसी ट्रेनें चलाई जाएंगी। पहाड़ के लिए यह सब सपना था। जल्द ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक ट्रेन चलेगी।
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आज बहुत सौभाग्य का दिन है। पीएम आज देवभूमि को वंदे भारत की बहुत बड़ी सौगात दे रहे हैं। वहीं, उद्घाटन समारोह से पहले केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में सवार छात्रों से बातचीत की। उधर, ट्रेन को देखने और सेल्फी लेने के लिए भी बड़ी संख्या में लोग रेलवे स्टेशन पहुंचे।
28 मई से विधिवत रूप से देहरादून-दिल्ली की बीच दौड़ना शुरू होगी वंदे भारत-
बता दें कि वंदे भारत एक्सप्रेस 28 मई से विधिवत रूप से देहरादून से दिल्ली और दिल्ली से देहरादून के बीच चलेगी। फिलहाल, इस ट्रेन में 8 कोच लगाए गए हैं। जिसमें 570 यात्री सफर कर सकते हैं। अगर बुकिंग बढ़ेगी तो ट्रेन के डिब्बे भी बढ़ाए जाएंगे।
दिल्ली से जब यह ट्रेन देहरादून के लिए रवाना होगी तो करीब 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी। जबकि, इसकी औसतन रफ्तार 63.41 किमी प्रति घंटा तय की गई है। अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि ट्रेन का किराया कितना होगा।
बताया जा रहा है कि शताब्दी एक्सप्रेस से इसका किराया करीब 200 से 250 ज्यादा हो सकता है। मौजूदा समय में दिल्ली से देहरादून और देहरादून से दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस करीब 5 घंटे 40 मिनट में पहुंचाती है। जबकि, यह ट्रेन 4 घंटे 40 मिनट में दिल्ली पहुंचेगी। ट्रेन सुबह 7 बजे देहरादून से दिल्ली के लिए रवाना होगी। यह ट्रेन देहरादून-हरिद्वार-रुड़की-सहारनपुर-मुजफ्फरनगर-मेरठ फिर दिल्ली के आनंद विहार स्टेशन पहुंचेगी। दिल्ली पहुंचने का समय 11:45 निर्धारित किया गया है।
ट्रेन के हर कोच में 8 सीसीटीवी लगाए गए हैं, जो यात्रियों को चारों तरफ से कवर करेंगे। हर सीट के नीचे मोबाइल और लैपटॉप चार्जिंग की सुविधा दी गई है। इतना ही नहीं जिस तरह से प्लेन में 2 क्रू मेंबर आगे और 2 क्रू मेंबर पीछे रहते हैं, उसी तरह से 22 कर्मचारी डिब्बे के दोनों हिस्सों में आपको बैठे नजर आएंगे। जिनका बकायदा एक ड्रेस कोड होगा। बटन दबाने पर आपके पास खाने पीने के सामान और जरूरी जानकारी सीट पर बैठे ही मिल जाएगी। ट्रेनों में इमरजेंसी के दौरान चेन खींचकर ट्रेन को रोका जाता था, लेकिन इस ट्रेन में चेन नहीं, बल्कि एक बटन की सुविधा दी गई है। ये बटन आपातकालीन परिस्थितियों में काम करेगा। हालांकि, कोई भी यात्री इस बटन का इस्तेमाल नहीं कर सकता। बटन दबाने के बाद उसका सिग्नल लोको पायलट के पास जाएगा और लोको पायलट ही उस यात्री के कहने पर ट्रेन रोक सकता है।