अच्छी खबर : उत्तराखंड के साहित्य को संजोने की अभिनव पहल, गढरत्न नरेंद्र सिंह नेगी (Narendra Singh Negi) ने किया ओम बधाणी के ऑडियो रिकॉर्डिंग स्टूडियो का लोकार्पण
युवाओं को भी मंच प्रदान करने में सहयोग करेंगे लोक गायक व साहित्यकार ओम बधाणी
देहरादून/मुख्यधारा
उत्तराखंड के इतिहास, साहित्य, जागर, पवाड़ा आदि का संकलन करने और युवाओं को मंच प्रदान करने के उद्देश्य को लेकर लोकगायक, संगीतकार, साहित्यकार और शिक्षाविद् ओम बधाणी ने देहरादून में ऑडियो रिकॉर्डिंग स्टूडियो की शुरुआत की है। बीते गुरुवार को उनके बंजारावाला माफी (ग्रीन व्यू एन्क्लेव फेज- 01) स्थित बंधाणी निवास में गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी ने स्टूडियो का लोकार्पण किया। किया। इस अवसर पर ओम बधाणी के नए गीत “तु काई ना आई थी रे” का पोस्टर भी लॉन्च किया गया।
इसके उपरांत “यूट्यूब पर उत्तराखंड का लोक संगीत “विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया, जिसमें वक्ताओं ने वर्तमान पीढ़ी को धैर्य के साथ और स्व सेंसर द्वारा सामग्री साझा किए जाने पर जोर दिया। कार्यक्रम में अखिल गढ़वाल सभा के अध्यक्ष रोशन धस्माना, उदय शंकर भट्ट, अजय जोशी, लोकगायक रजनीकांत सेमवाल, लोक गायक सौरभ मैठाणी, लोकगायिका संगीता ढौंढियाल, प्रसिद्ध संगीतकार संजय कुमोला, साहित्यकार डॉ.नंद किशोर हटवाल, देवेश जोशी, रंगकर्मी सुभाष रावत, डॉ. राकेश भट्ट, अजीत पवार, पत्रकार मनोज इस्टवाल, राजू गुसाईं के अलावा दर्जनों कवि, गायक, रंगकर्मी, पत्रकार आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन गणेश कुकशाल ने किया।