देहरादून। प्रदेश कांग्रेस ने प्रदेश में लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने और विधायक निधि व विधायकों के वेतन में कटौती के सरकार के फैसले का समर्थन किया है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि इस फैसले पर वह सरकार के साथ हैं। अब तक स्वास्थ्य सेवाओं में जो कमियां सामने आईं हैं, सरकार को उन्हें सुधारने पर फोकस करना होगा।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि कोरोना पर हालात अभी सामान्य नहीं हुए हैं। इसलिए लॉकडाउन की अवधि बढ़ाना सही फैसला है।
इसी प्रकार आपदा के इस वत्त में विधायकों के वेतन में कटौती का निर्णय भी उचित है। प्रीतम सिंह ने खाद्य कर्मियों को बीमा सुरक्षा न दिए जाने पर कड़ा एतराज जतायाया है। उन्होंने कहा कि वह खुद भी खाद्य मंत्री रह चुके हैं और जानते हैं कि खाद्य कर्मियों को कितनी विपरीत स्थितियों में काम करना पड़ता है। कांग्रेस ने यूएसनगर और रुद्रपुर में राशन किट और सेनेटाइजर वितरण में अनियमितता का आरोप भी लगाया है।
प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, उपाध्यक्ष धीरेन्द्र प्रताप ने कहा कि इसकी जांच का सरकार का निर्णय उचित है, लेकिन यह बहुत दुखद है कि राज्य के लोग कोरोना की भारी मानसिक आर्थिक और शारीरिक पीड़ा से गुजर रहे हैं और जिम्मेदार लोग संवेदनहीन भी हैं।
आखिरी विकल्प के रूप में प्रयोग करें एफआईआर
कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने दिल्ली मरकज जमात में शामिल होकर आए लोगों से नि:संकोच आगे आने की अपील की। साथ ही रावत ने सरकार से अपेक्षा की कि सामने न आने वालों पर मुकदमा दायर करना सबसे आखिरी रास्ता होना चाहिए।
रावत ने कहा कि मरकज गए और जो लोग मरकज से लौटे लोगों के संपर्क में आये हैं, वह डरे नहीं। उनको नि:संकोच पुलिस-प्रशासन से संपर्क करना चाहिए। साथ ही स्वास्थ्य की जांच और जरूरत पडऩे पर कोरंटाइम होने के लिये भी तैयार रहना चाहिए। उन्होंने पुलिस प्रशासन से अनुरोध किया कि अपराधिक मुकदमा अखिरी कदम के रूप में ही दर्ज किया जाए।