हेलिकॉप्टर हादसे : चार धाम यात्रा मार्गों पर बिना मानकों के दौड़ रहे हेलिकॉप्टर, लगातार हो रही दुर्घटनाओं के बाद जागी धामी सरकार
देहरादून/मुख्यधारा
उत्तराखंड के चार धाम मार्ग पर लगातार हो रही हेलिकॉप्टर दुर्घटनाएं धामी सरकार के लिए सिरदर्द बन गई हैं । वहीं दूसरी ओर निजी हेली कंपनियों की अंधाधुंध पैसे कमाने की होड़ में बेकसूर श्रद्धालुओं की मौतें हो रही हैं। 30 अप्रैल से शुरू हुई चार धाम यात्रा में हेली संचालकों ने पैसा कमाने के लिए दर्जनों हेलिकॉप्टर लगा रखे हैं।
इन हेलिकॉप्टरों में खटारा और कई ऐसे भी हैं जो बिना सुरक्षा, जांच पड़ताल के ही उड़ान भर रहे हैं। डेढ़ महीने के भीतर चार धाम मार्ग पर चार हेलीकॉप्टर हादसे हो चुके हैं। रविवार को केदारनाथ के पास गौरीकुंड में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश के बाद हेलिकॉप्टर कंपनियों की पोल खुल गई है। वहीं उत्तराखंड की धामी सरकार की भी सुरक्षा को लेकर बड़ी चूक कही जाएगी।
वहीं विपक्ष कांग्रेस ने प्रदेश सरकार पर हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं को लेकर सवाल खड़े किए हैं। इन हेली सेवाओं से प्रदेश सरकार को भी राजस्व का बड़ा लाभ हो रहा है। इस बार चार धाम यात्रा शुरू होने से पहले ही प्रदेश की धार्मिक सरकार को इन हेली कंपनियों के खिलाफ सख्त नियम बनाने चाहिए थे। अगर ऐसा किया जाता तो आज 13 लोगों की जान बच सकती थी। लेकिन अब धामी सरकार जागी है। उत्तराखंड में लगातार हो रही हेलिकॉप्टर दुघटनाओं के बाद केंद्र सरकार की ओर से भी प्रदेश सरकार से जवाब तलब किया गया है।
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केंद्र से दबाव बढ़ने के बाद रविवार को आनन-फानन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बैठक बुलाई। बैठक में सीएम धामी ने चार धाम यात्रा हेलिकॉप्टर सर्विस पर रोक लगा दी गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हेली सर्विस के संचालन को लेकर सख्त नियम बनाए जाएंगे। इसमें हेलिकॉप्टर की तकनीकी स्थिति की जांच और उड़ान से पूर्व मौसम की सटीक जानकारी लेना अनिवार्य होगा। गौरीकुंड में हेलिकॉप्टर क्रैश में पायलट समेत सभी 7 यात्रियों की मौत हो गई।
हेलिकॉप्टर में यूपी-महाराष्ट्र के 2-2 और उत्तराखंड, गुजरात के 1-1 यात्री थे। पायलट राजवीर सिंह चौहान जयपुर, राजस्थान के रहने वाले थे। हेलिकॉप्टर श्रद्धालुओं को लेकर केदारनाथ मंदिर से गौरीकुंड के लिए उड़ा था। शुरुआती जांच में पता चला कि घाटी में धुंध थी और विजिबिलिटी कम थी, फिर भी हेलिकॉप्टर उड़ाया गया। यह आर्यन एविएशन कंपनी का था।
धामी सरकार ने फिलहाल हेलिकॉप्टर सर्विस पर लगाई रोक
हादसे के बाद चार धाम यात्रा हेलिकॉप्टर सर्विस पर रोक लगा दी गई है। जंगलचट्टी के पास गधेरे में मलबा पत्थर गिरने से केदारनाथ धाम जाने वाला मार्ग टूट गया है। इसके बाद केदारनाथ पैदल यात्रा अगले आदेश तक स्थगित कर दी गई है।
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रुद्रप्रयाग पुलिस ने तीर्थयात्रियों से अपील की है कि वे जहां हो उसके पास सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं। उल्लेखनीय है कि 8 मई को उत्तरकाशी के गंगनानी में भागीरथी नदी के पास हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ। हादसे में पायलट समेत 6 लोगों की मौत हो गई थी। उसके बाद उत्तराखंड के केदारनाथ में 17 मई को एयर एंबुलेंस हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था। हेलिकॉप्टर में तीन लोग पायलट, डॉक्टर और नर्स सवार थे। तीनों सुरक्षित बच गए थे। यह हेलिकॉप्टर ऋषिकेश एम्स से मरीज को लेने केदारनाथ आ रहा था। तभी लैंडिंग के वक्त अचानक बेकाबू होकर जमीन पर गिर गया। हादसा हेलिकॉप्टर की टेल बान टूटने से हुआ था। उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में 7 जून को तकनीकी खराबी के कारण सड़क पर हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी। इस दौरान हेलिकॉप्टर के पीछे का हिस्सा कार पर गिरते ही टूट गया था। कार भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थी। हेलिकॉप्टर के पंखे से हाईवे किनारे बनी दुकान की टीन शेड भी उड़ गई थी। इस दौरान दुकान में बैठे लोगों ने भागकर जान बचाई।
उत्तराखंड में लगातार हो रही हेलिकॉप्टर दुर्घटनाओं पर कांग्रेस ने उठाए सवाल–
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, रुद्रप्रयाग में हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर बेहद पीड़ादायक है। पायलट समेत सात यात्रियों की मृत्यु हुई है। पीड़ितों के परिवारजनों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं। दु:ख की इस घड़ी में शोकाकुल परिजनों को भगवान शक्ति प्रदान करे। उन्होंने कहा, इन हादसों की जवाबदेही तय होनी चाहिए। राज्य और केंद्र सरकार से अपील है कि इन हादसों की जांच हो और सही सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने राज्य सरकार से अपील की कि सुरक्षा मानकों की गहन समीक्षा हो और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। कांग्रेस की उत्तराखंड इकाई ने रविवार को केदारनाथ के पास हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना को ‘अत्यंत दुखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण’ बताते हुए कहा कि इसके लिए राज्य सरकार की लचर और लापरवाह हवाई सेवा नियमावली जिम्मेदार है। यहां जारी एक बयान में उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (संगठन) सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि प्रदेश में चारधाम यात्रा शुरू हुए अभी एक माह और कुछ दिन ही हुए हैं लेकिन पांच हेलीकॉप्टर दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। उन्होंने कहा, दुर्घटना में लोगों की जान जाने की खबर है जो अत्यंत दुखद व दुर्भाग्यपूर्ण है । इसके लिए पूरी तरह से उत्तराखंड की भाजपा सरकार की लचर व लापरवाह हवाई सेवा नियमावली जिम्मेदार है।