ऋषिकेश नगर निगम: निर्दलीय दिनेश चन्द्र मास्टर की डुंकरताल से भाजपा-कांग्रेस में खलबली

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ऋषिकेश नगर निगम: निर्दलीय दिनेश चन्द्र मास्टर की डुंकरताल से भाजपा-कांग्रेस में खलबली

मूल निवासियों के प्रतिनिधि के रूप में आम जन के टिकट पर देवप्रयाग संगम के लाल दिनेश चन्द्र मास्टर ने ठोकी ताल

मामचन्द शाह

नगर निगम ऋषिकेश इस बार आरक्षित है। इस सीट पर पहाड़ी वर्ग के मतदाताओं का खासा बोलबाला है। बीते 40 वर्षों से कांग्रेस की सेवा करने वाले दिनेश चन्द्र मास्टर ने दावेदारी की थी, किंतु पार्टी ने उन्हें टिकट न देकर बाहरी प्रत्याशियों को टिकट दे दिया गया। ऐसे में मूल निवासियों की आन बान शान व अस्मिता के खातिर मूल निवासियों की आवाज बनकर देवप्रयाग संगम के लाल दिनेश चन्द्र मास्टर जी ने भी मूल निवासियों के प्रतिनिधि के रूप में जनता के टिकट पर ताल ठोक दी है। इससे भाजपा व कांग्रेस दोनों ही दलों के लिए उन्होंने कड़ी चुनौती पेश कर दी है।

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छल से न बल से चुनाव लड़ेंगे गंगा जल से ऋषिकेश मेयर पद के लिए निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरे दिनेश चन्द्र मास्टर कहते हैं कि ऋषिकेश में वर्तमान चुनाव पार्टी विशेष का चुनाव न होकर मूल निवासियों का चुनाव बन गया है। इसे पहाड़ व पहाड़ी की उपेक्षा का ही नतीजा कहा जाएगा कि 80 फीसदी मतदाताओं वाली नगर निगम ऋषिकेश पर आयातित प्रत्याशी थोप दिए गए और पहाड़ी मूल के लोगों को संदेश दिया गया कि तुम्हारी हैसियत सिफऱ् वोट देने तक सीमित है। ख़बरदार जुबान खोली और टिकट की माँग की तो पार्टी से निकाल दिए जाओगे।

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दिनेश चन्द्र मास्टर का कहना है कि इतिहास गवाह है पहाडिय़ों की वीर गाथाओं की, बीर माधो सिंह भंडारी, तीलू रौतेली, पंथ्या दादा, कप्पू चौहान, गबर सिंह व जसवंत सिंह जैसे योद्धाओं के वंशज आखिर कब तक ये सब सहन करते रहेंगे।

पूर्व सैनिक एवं क्षेत्र पंचायत सदस्य सुदेश भट्ट कहते हैं कि जिस पहाड़ की कोख ने उत्तर प्रदेश को पहला मुख्यमंत्री जी.बी पंत, हेमवती नंदन बहुगुणा, नारायण दत्त तिवारी से लेकर वर्तमान में देश के सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री के रूप मे योगी आदित्यनाथ जैसा कुशल नेतृत्वकारी दिया हो, आज उस पहाड़ में क्या आज नेताओं व नेतृत्व का अकाल पड़ गया, जो बाहर से मेयर प्रत्याशी आयातित करने पड़े, जिससे आज मूल निवासी आहत हैं और दोबारा कोई भी दल पहाड़ की उपेक्षा न करें, इस बार मूल निवासियों ने विपक्ष के चुनावी बंकर को भेदने के लिए पूरी तरह कमर कस ली है।

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सुदेश भट्ट कहते हैं कि मुझे उम्मीद ही नहीं, बल्कि पूर्ण विश्वास है किजहां एक तरफ धन बल वाले प्रत्याशी मैदान में हैं, वहीं दूसरी तरफ संसाधन विहीन मूल निवासी प्रत्याशी के रूप मे भाई दिनेश चंद्र मास्टर मैदान में डुंकरताल ठोक चुके हैं। भट्ट ने सभी से अपील की है कि अपने नाते रिस्तेदार दोस्त परिचित ऋषिकेश नगर निगम के सम्मानित मतदाता हैं तो मास्टर जी के पक्ष में मतदान कर ऋषिकेश में मूल निवासियों की एकता का परिचय दें।

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