जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ बने भारत के 50वें मुख्य न्यायाधीश, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिलाई शपथ
मुख्यधारा डेस्क
जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ (Justice DY Chandrachud) भारत के 50वें मुख्य न्यायाधीश होंगे। राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। उन्होंने मुख्य न्यायाधीश की कुर्सी पर बैठने से पहले तिरंगे को नमन किया।
जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ (Justice DY Chandrachud) ने पूर्व चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया यूयू ललित की जगह ली। जस्टिस ललित का सीजेआई के तौर पर 74 दिनों का छोटा कार्यकाल था, जो 8 नवंबर को पूरा हो गया। अब जस्टिस चंद्रचूड़ दो साल यानी 10 नवंबर 2024 तक सीजेआई रहेंगे।
शपथ ग्रहण के बाद सीजेआई चंद्रचूड़ (Justice DY Chandrachud) ने कहा, देश की सेवा करना मेरी प्राथमिकता है। हम भारत के सभी नागरिकों के हितों की रक्षा करेंगे। चाहे वह तकनीक हो, रजिस्ट्री सुधार हो या न्यायिक सुधारों के मामले में हों।
जस्टिस चंद्रचूड़ के पिता जस्टिस वाईवी चंद्रचूड़ देश के 16वें भारत के मुख्य न्यायाधीश थे। वाईवी चंद्रचूड़ का कार्यकाल 22 फरवरी 1978 से 11 जुलाई 1985 तक करीब सात साल रहा। यह किसी सीजेआई का अब तक का सबसे लंबा कार्यकाल है। पिता के रिटायर होने के 37 साल बाद उनके बेटे जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ सीजेआई बने हैं।