सत्यपाल नेगी/रुद्रप्रयाग
केदारनाथ धाम के प्रांगण में अर्धनग्न अवस्था में तीन महीनों से लगातार देवस्थानम बोर्ड के विरोध में धरना दे रहे तीर्थ पुरोहित संतोष त्रिवेदी की तबियत बिगड़ गई। जिस पर उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया है।
साढे ग्यारह हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित विश्व प्रसिद्ध 11 ज्योतिर्लिंग में से एक केदारनाथ धाम में पिछले तीन महीनों से तीर्थ पुरोहितों द्वारा देवस्थानम बोर्ड के विरोध में धरना दिया जा रहा है।
बताते चलें कि तीर्थ पुरोहित संतोष त्रिवेदी द्वारा अर्धनग्न अवस्था में तीन महीनों से लगातार देवस्थानम बोर्ड के विरोध में केदारनाथ मंदिर के प्रांगण में धरना दिया जा रहा है, लेकिन अभी तक न तो सरकार और न ही प्रशासन के किसी नुमाइंदे ने उनकी सुध ली है। बीते दिनों मुख्य सचिव ओमप्रकाश व पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर भी केदारनाथ दौरे पर आए थे, लेकिन उन्होंने भी इनसे बातचीत करने की जरूरत नहीं समझी।
तीर्थ पुरोहितों का कहना है की अर्धनग्न अवस्था में धरने पर बैठे संतोष त्रिवेदी को एक बड़ा सदमा लगा है, जबकि ठंड के कारण वह भारी बीमार पड़ गए हैं। धरने पर बैठे तीर्थ पुरोहित की तबीयत बिगडऩे पर उन्हें हेलीकॉप्टर से एम्स ऋषिकेश के लिए भेजा गया। इसके बाद केदार सभा के अध्यक्ष समेत दर्जनों तीर्थ पुरोहित धरने पर बैठ गए हैं।