उपजिलाधिकारी को ज्ञापन देकर आंदोलन की दी चेतावनी
पुरोला/नीरज उत्तराखंडी
रवांई क्षेत्र में नगदी फसल मटर के सूखे की चपेट में आने पर किसानों (kisan) ने प्रशासन को सही आकलन कर रिपोर्ट भेजने की मांग को लेकर उपजिलाधिकारी सोहन सिंह सैनी को ज्ञापन दिया।
ज्ञापन पर किसानों (kisan) प्रशासन पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि उच्च स्तर पर सूखा प्रभावित फसलों की रिपोर्ट मांगी गई थी, जिसमे पुरोला क्षेत्र के रामा सिराईं व कमल सिराईं क्षेत्र में उत्पादित मटर को लेकर राजस्व प्रशासन ने कुछ दिन पहले रिपोर्ट भेजी, जिसमें केवल सूखे से प्रभावित 5 प्रतिशत फसल दिखाई गई है, जबकि मटर की पूरी फसल सूखे की चपेट में आ गयी है। वर्तमान तक 60 प्रतिशत से भी अधिक फसल बर्बाद हो गयी है।
ज्ञापन में किसानों (kisan) ने राजस्व प्रशासन पर आक्रोश व्यक्त करते हुए मांग की है कि सूखे की चपेट में आई फसल का उच्च स्तरीय कमेटी गठित कर दोबारा रिपोर्ट बनाई जानी चाहिए, ताकि किसानों के साथ अन्याय न हो।
उन्होंने कहा कि पिछले 3 माह से बारिश नहीं हो रही है, जिसके चलते मटर की फसल लगभग पूरी सूख गई है।
ज्ञापन में किसानों (kisan) ने कहा कि यदि मटर की फसल का सही सही आकलन कर शासन को रिपोर्ट नहीं भेजी गई तो क्षेत्र के गांव गांव से किसान शासन-प्रशासन के खिलाफ आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
किसानों (kisan) ने ज्ञापन के माध्यम से यह भी अवगत करवाया कि केसीसी ऋण में किसानों से फसली बीमा करवाया जाता है, लेकिन फसलों के खराब होने पर वह न तो समय से आता है और न ही पूरे बीमें की राशि मिलती है। कई बार अपनी जेब से और भी रुपये जमा करना पड़ता है।
ज्ञापन देने वालों में अमीचन्द शाह, राजपाल पंवार, नवीन गैरोला, भगवान सिंह शर्मा, बलवीर चंद, प्रेम लाल, हरीश कुमार, दयाराम, लक्ष्मण, सोबेन्द्र सिंह, अमीन सिंह, धीरज सिंह,भजन सिंह, धनवीर, लायबर सिंह, प्रवेश सिंह व प्रेम सिंह सहित दर्जनों किसान शामिल थे।
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