शासन-प्रशासन को दिखाया आयना
नीरज उत्तराखंडी/उत्तरकाशी
जनपद उत्तरकाशी के नौगांव ब्लाक मुख्यालय से 2 किमी की खड़़ी चढाई पर स्थित क्वाड़ी गांव के ग्रामीण आजादी के बाद सड़क मार्ग से वंचित थे। ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से कई बार सड़क मार्ग बनाने को लिखा पढी की, लेकिन शासन प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया।
आखिर 20 सालों से लगातार प्रशासन की अनदेखी से तंग आकर ग्रामीणों ने खुद सड़क मार्ग बनाने का बीड़ा उठाया और स्वयं के प्रयास से चंदा एकत्र कर करीब डेढ़ माह में 5 लाख की लागत से 5 किमी लम्बी सड़क बना कर शासन प्रशासन को आईना दिखा दिया।
ग्रामीणों ने चंदा एकत्र कर युवा शक्ति की पहल पर स्वयं सड़क मार्ग बनाकर जहां गांव को यातायात की सुविधा से जोड़ा तो वहीं प्रशासन को आइना दिखाकर प्रेरणा की अलख जगा दी।
गांव वालों ने प्रधान के नेतृत्व में चंदा एकत्र कर कोरोना महामारी के लॉकडाउन में सड़क बनाने का बीड़ा उठाया और जंगलात चौकी से क्वाड़ी गांव तक स्वयं के संसाधनों से 5 किमी सड़क बनाकर यातायात के सपने को साकार कर दिखाया ।
ग्रामीण युवा सुनील कुमार सिंघला ने बताया कि आज हम देखते हैं हमारे गांव के नीचे कई गाड़ियां पार्किंग पर खड़ी है और आज हम सब ग्राम क्वाड़ी वाले बहुत खुश हैं।
सुनील ने बताया कि सड़क निर्माण में ग्राम सभा के युवा प्रधान शांतिलाल व गांव के युवा साथियों और सबसे बड़ी भूमिका निभाने वाले क्षेत्र के युवा उद्योगपति विनोद डोभाल (कुतरु भाई) का रहा, जिन्होंने हमें प्रेरित करने की सबसे बड़ी भूमिका निभाई।
बहरहाल, यमुना घाटी के क्वाड़ी गांव के समस्त ग्रामीणों ने अपने निजी प्रयासों से यह कर दिखाया कि वे ही गांव के आधुनिक भगीरथ और माधो सिंह भंडारी हैं।