थराली ब्लाक के तलवाडी में अयोजित विधिक शिविर में लोगों को दी गई कानूनी जानकारी (legal Information)
उच्च न्यायालय के वरिष्ठतम न्यायाधीश ने कहा कि विधिक सेवाओं का लाभ पहुंचाना शिविर का लक्ष्य।
चमोली / मुख्यधारा
राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण चमोली के तत्वावधान में रविवार को राजकीय इंटर कॉलेज तलवाडी में बहुउदेशीय विधिक साक्षरता शिविर आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि उच्च न्यायालय के वरिष्ठतम न्यायाधीश एवं राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रभारी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। जिलाजज धर्म सिंह ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए उन्हें ब्रह्म तुलसी का पौधा, स्मृति चिन्ह और शॉल भेंट किया। सांस्कृतिक दलों एवं स्कूली बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों से मुख्य अतिथि का स्वागत किया।
उच्च न्यायालय के वरिष्ठतम न्यायाधीश ने कहा कि समाज के दुर्बल वर्गाे और हाशिये पर रहने वाले लोगों को मुफ्त कानूनी सेवाएं और सरलता से कानून की जानकारी प्रदान करने के लिए 1987 में विधिक सेवा अधिकरण बनाया गया था। ताकि कोई भी नागरिक न्याय पाने के अधिकार से वंचित न रह जाए। उन्होंने कहा कि विधिक प्राधिकरण गिरफ्तारी से पूर्व व गिरफ्तारी के बाद संबंधित व्यक्ति को निशुल्क अधिवक्ता की सेवा प्रदान करता है। किसी भी प्रकार की विधिक समस्या में प्राधिकरण के प्राविधिक कार्यकर्ता या टोल फ्री नम्बर पर 18001804000 पर संपर्क कर सकते है। इस दौरान उन्होंने शिविर में लगाए गए स्टॉलों का निरीक्षण करते हुए दिव्यांगजनों को 05 व्हीलचेयर, 03 कान की मशीन, 07 छङी, 02 वैशाखी, 05 दिव्यांग प्रमाण पत्र, कंबल वितरित करते हुए पौधारोपण भी किया।
जनपद न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष धर्म सिंह ने विधिक सेवाओं की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नशा मुक्ति, साइबर सुरक्षा, बच्चों तथा बुजुर्गों के अधिकारों के लिए भी अभियान चलाए जा रहे है।
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बहुउदेशीय शिविर में विधिक जानकारी के साथ-साथ केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। शिविर में विभिन्न विभागों कीे 40 से अधिक समस्याएं स्टॉलों के माध्यम से दर्ज की गयी। समाज कल्याण द्वारा 20 पेंशन संबंधी आवेदन भरे गए। स्वास्थ्य विभाग के स्टॉल पर 70 लोगों की हड्डी रोग, 46 ईएनटी, 20 दंत, 40 फिजिशियन, 35 स्त्री रोग, 45 नेत्र रोग, 07 रक्त जांच की गई। साथ 09 दिव्यांगजनों को प्रमाण पत्र भी बनाए गए। शिविर में स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पर्यटन, कृषि, उद्यान, उद्योग, मत्स्य, पशुपालन, राजस्व, ग्राम्य विकास, बाल विकास सहित तमाम विभागों के स्टॉल पर जन समस्याओं का मौके पर ही निराकरण करते हुए योजनाओं से लाभान्वित किया गया।
शिविर में विशेष कार्याधिकारी सालसा सईद गुफरान, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश महेश चन्द्र कौशिक, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सचिन कुमार, विधिक सेवा प्राधिकरण के सिविल जज/सचिव सिमरनजीत कौर, मुख्य विकास अधिकारी डॉ ललित नारायण मिश्र, कानूनी अधिवक्तागण, पराविधिक कार्यकर्तागण, विभिन्न विभागों के अधिकारियों सहित बडी संख्या में स्थानीय जनता मौजूद थी।