लोकसभा चुनाव 2024 : तीसरे चरण के जारी हुए वोटिंग प्रतिशत, यूपी-बिहार के वोटरों में छाई मायूसी, इन प्रदेशों में चुनावी प्रक्रिया हुई खत्म
शंभू नाथ गौतम
लोकसभा चुनाव के तीसरे फेज में 11 राज्यों की 93 सीटों पर 67.93% वोटिंग हुई। बुधवार सुबह 5 बजे चुनाव आयोग की ओर से यह आंकड़े जारी किए गए हैं। (हालांकि अभी इसमें कुछ और संशोधन हो सकता है।) 1331 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है। कई दिग्गज नेताओं के भाग्य का फैसला भी इसी चरण में है। इसी के साथ कई राज्यों में लोकसभा चुनाव खत्म हो चुके हैं। सबसे ज्यादा 81.71% वोट असम में जबकि उत्तर प्रदेश में सबसे कम 57.34% वोटिंग हुई। यूपी में पिछली बार यानी 2019 की तुलना में इन सीटों पर करीब 3.92% कम वोट पड़े। इसके बाद बिहार में वोटिंग प्रतिशत कम रहा। गौरतलब है कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में 66% मतदान किया गया था। यहां पहले दो चरणों की तरह, तीसरे दौर में भी 2019 की तुलना में कम मतदान प्रतिशत दर्ज किया गया, लेकिन अंतर काफी कम हो गया। लोकसभा चुनाव के पहले और दूसरे चरण में भी उत्तर प्रदेश बिहार में वोटिंग प्रतिशत निराशाजनक रहे।
मंगलवार, 7 मई को लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में वेस्ट यूपी की 10 सीटों पर 57.34% वोटिंग हुई है। सबसे ज्यादा संभल में 62.81% और सबसे कम आगरा में 53.99% वोटिंग हुई। आंवला- 57.08%, बदायूं- 54.05%, बरेली- 57.88%, एटा- 59.17%, फतेहपुर सीकरी- 57.09%, फिरोजाबाद- 58.22%, हाथरस- 55.36%, मैनपुरी- 58.59% में मतदान हुआ है। फिरोजाबाद से रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव और बदायूं से शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव उम्मीदवार हैं। अक्षय पिछली बार चुनाव हार गए थे, जबकि आदित्य पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। मैनपुरी में अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव पर मुलायम की विरासत आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी है। भाजपा ने उनके खिलाफ प्रदेश के पर्यटन व संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह को चुनाव में उतारा है।
आगरा से पूर्व केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल और एटा में कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह पर भी अपनी सीट बचाने का दबाव है।सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर मैनपुरी में ‘बूथ’ लूटने की तैयारी करने का आरोप लगाया। ऐसे ही बिहार में लोकसभा चुनाव के तीसरे फेज में 5 सीटों पर 7 मई को वोट डाले जाएंगे। इनमें से दो सीटें- सुपौल और मधेपुरा कोसी क्षेत्र में आती हैं। वहीं, अररिया सीमांचल का इलाका है, जो मुस्लिम बहुल है। झंझारपुर मिथिला का क्षेत्र है। पांचवीं सीट खगड़िया है, जहां से दोनों गठबंधन के सहयोगी दल के कैंडिडेट आमने-सामने हैं। सुपौल में जदयू प्रत्याशी दिलेश्वर कामत और राजद प्रत्याशी चंद्रहास चौपाल, मधेपुरा में जदयू प्रत्याशी दिनेश चंद्र यादव और राजद प्रत्याशी डॉ. कुमार चंद्रदीप, खगड़िया में लोजपा (रा.) राजेश वर्मा और सीपीआई (एम) के संजय कुमार सिंह, अररिया में भाजपा के प्रदीप सिंह और राजद के शाहनवाज आलम, झंझारपुर में जदयू के रामप्रीत मंडल और वीआईपी के सुमन महासेठ समेत कुल 54 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे। तीसरे चरण के मतदान में सबसे ज्यादा वोटिंग अररिया में 62.80 फीसद हुआ।
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वहीं, साल 2019 में 64.78% मतदान हुए थे। सुपौल में 62.40 फीसद मतदान हुए। जबकि 2019 में 65.70 मतदान हुआ था. मधेपुरा में 61.00 वोटिंग हुई, जबकि साल 2019 में 60.86%मतदान हुआ था। खगरिया में 58.20 % मतदान हुए। यहां 2019 में 57.68% वोट डाले गए थे। सबसे कम वोटिंग झंझारपुर में हुई। कुल 55.50% मत किए गए। 2019 में इस लोकसभा क्षेत्र में 57.24% मतदान हुए थे। राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से यह आंकड़ा जारी किया गया है। बता दें कि 2019 में इन 93 सीटों में से 75 सीटें एनडीए और 11 सीटें विपक्षी दलों ने जीती थीं। 4 सीटों पर अविभाजित शिवसेना और 3 सीटों पर अन्य पार्टियों को जीत मिली थी। 2019 के लोकसभा चुनाव के थर्ड फेज में 116 सीटों के लिए 68.40% वोटिंग हुई थी। आमतौर पर देखा जाता है कि जब भी वोटिंग कम होती है नुकसान हमेशा सत्ता में रहने वाली पार्टी का होता है। लेकिन एक्सपर्ट इसको लेकर अलग राय रखते हैं। चुनाव विश्लेषकों का कहना है कि तीनों चरणों में यूपी और बिहार में मतदान प्रतिशत सबसे कम रहा। हालांकि तीसरे चरण में छत्तीसगढ़, कर्नाटक और गोवा में मतदान प्रतिशत में वृद्धि देखी गई। इसे चुनाव आयोग के लिए थोड़ी राहत की बात मानी जा रही है।
तीसरे चरण के साथ देश के कई राज्यों में लोकसभा चुनाव हुआ संपन्न–
तीसरे चरण के साथ देश में आधे से अधिक लोकसभा सीटों पर चुनाव संपन्न हो चुका है। देश में लोकसभा की कुल 543 सीटें हैं। पहले चरण में 102, दूसरे चरण में 88 और तीसरे चरण में कुल 93 लोकसभा सीटों पर मतदान हो चुका है। कुल मिलाकर अब तक देश की 283 लोकसभा सीटों पर मतदान संपन्न हो चुका है। अब बाकी चार चरणों में कुल 260 सीटों पर मतदान होना है। तीसरे चरण के साथ कई राज्यों में लोकसभा चुनाव खत्म हो चुका है। तमिलनाडु, केरल, गुजरात, राजस्थान, कर्नाटक, असम, दमन और दीव, दादरा एवं नगर हवेली, गोवा, असम त्रिपुरा, मणिपुर, मेघालय, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में तीसरे चरण के साथ ही चुनाव प्रक्रिया समाप्त हो गई है। तीसरे चरण में गांधीनगर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, गुना में ज्योतिरादित्य सिंधिया, विदिशा में शिवराज सिंह चौहान, राजगढ़ में दिग्विजय सिंह, मैनपुरी में डिंपल यादव, रत्नागिरी सिंधु दुर्ग में नारायण राणे, आगरा में एसपी सिंह बघेल, पोरबंदर में डॉ. मनसुख मांडविया, धारवाड़ में प्रहलाद जोशी, बेलगाम में पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार, हावेरी में बसवराज बोम्मई की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है। तीसरे चरण की इन सीटों पर भाजपा ने पिछले चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया था। 2019 में भाजपा ने 92 में से 72 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इनमें गुजरात की सभी 26 सीटों पर भाजपा ने कब्जा किया था।
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