ओडिशा ट्रेन हादसा : पीएम मोदी (PM Modi) घटनास्थल पर हुए रवाना, कांग्रेस और टीएमसी ने रेल दुर्घटना पर उठाए सवाल
मृतकों की संख्या बढ़ी
मुख्यधारा डेस्क
ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम करीब 7 बजे हुआ भीषण ट्रेन हादसे ने पूरे देश को झकझोर दिया है। वहीं मृतकों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। हादसे के बाद हजारों लोग अपनों की तलाश करने में लगे रहे।अंधेरा होने के कारण रोते-बिलखते लोग अपनों को तलाशते रहे।
ओडिशा के बालासोर में ट्रेन हादसा इतना भयानक था कि कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन के कई कोच तबाह हो गए। एक इंजन तो मालगाड़ी के रैक पर ही चढ़ गया।
टक्कर इतनी भीषण थी कि खिड़कियों के कांच टूट गए और 50 लोग बाहर जाकर गिरे। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हादसे का मुआयना करने के लिए ओडिशा रवाना हो चुके हैं। कटक में घायलों से मुलाकात करेंगे। इससे पहले उन्होंने रेल हादसे की समीक्षा के लिए हाई लेवल मीटिंग भी बुलाई थी।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव सुबह बालासोर पहुंचे थे और उन्होंने हादसे की जांच के आदेश दिए।
इधर, ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने बालासोर के अस्पताल का दौरा किया। राज्य सरकार ने एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया है।श्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी बालासोर पहुंच गई हैं।
वहीं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने ओडिशा के मुख्यमंत्री से बात की है। तमिलनाडु के मंत्री उधयनिधि स्टालिन ओडिशा जा रहे हैं। ओडिशा में कल शाम तीन ट्रेनों के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद 261 से अधिक लोगों की मौत हो गई। साथ ही 900 लोग घायल हुए हैं। इसके बाद से लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर यह हादसा कैसे हुआ? हादसा किसी तकनीकी गड़बड़ी के चलते हुआ है या फिर मानवीय त्रुटि के चलते यह हुआ है। इस तरह के सवाल लगातार खड़े हो रहे हैं। शुक्रवार शाम 6.50 बजे से 7.10 बजे के बीच, ओडिशा के बालासोर में तीन ट्रेनों के बीच दो टक्कर हुई, जिससे कई डिब्बे और डिब्बे एक-दूसरे के ऊपर आ गिरे।
कोरोमंडल शालीमार एक्सप्रेस, एक खड़ी मालगाड़ी से टकराने के बाद पटरी से उतर गई और दूसरी ट्रेन, यशवंतपुर-हावड़ा सुपरफास्ट, पटरी से उतरे डिब्बों में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि पटरियों पर गिरने से पहले डिब्बे हवा में ऊंचे उठ गए। एक कोच दूसरे की छत पर चढ़ गया। दोनों ट्रेनों के सत्रह डिब्बे बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। रेल मंत्रालय ने दुर्घटना के कारणों की जांच के आदेश दिए हैं।
ट्रेन हादसे पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्रेन हादसे पर भी सियासी दांव खेला है। उन्होंने कहा, “रेलवे में ये सबसे बड़ी घटना है। 1981 में एक बड़ी घटना हुई थी बिहार में। रेलवे का सेफ्टी कमीशन है, जब रेलवे की ये घटना होती है तो उसे दे दिया जाता है और वो जांच कर रिपोर्ट देते हैं। मैं रेल मंत्री से बोलूंगी कि आप देख लीजिए इस ट्रेन में एंटी कोलिशन डिवाइस नहीं था, अगर वह होता तो यह हादसा नहीं होता। अब हो गया इतने लोगों की जान चली गई उसे जिंदगी नहीं मिलेगी। यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी श्रीनिवास ने हादसे को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। दरअसल, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव इस वीडियो में कवच सुरक्षा तकनीक के बारे में बताते नजर आ रहे हैं। इसी को लेकर कांग्रेस नेता ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का एक पुराना वीडियो शेयर करते हुए लिखा है- जब एक Train Derail होकर दूसरे Railway Track पर आ गयी थी, तब ‘Kavach’ कहां था? 300 के आसपास मौतें, करीब 1000 लोग घायल। इन दर्दनाक मौतों के लिए कोई तो जिम्मेदार होगा? ओडिशा में हुए इस ट्रेन हादसे में 17 कोच पटरी से उतर गए।
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तस्वीरों में देखा जा सकता है कि किस तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। अब स्थिति को सामान्य करने का काम किया जा रहा है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे का एलान किया है। उन्होंने कहा, तमिलनाडु के प्रत्येक मृतक के परिवार को 5 लाख रुपये और घायलों को एक-एक लाख रुपये तमिलनाडु सरकार द्वारा दिए जाएंगे। बचाव और राहत कार्य करने के लिए अतिरिक्त अधिकारियों को नियुक्त किया गया है। कोरोमंडल एक्सप्रेस में करीब 2 हजार यात्री सवार थे। इनमें से ज्यादातर यात्री चेन्नई जा रहे थे। अब स्पेशल ट्रेन से गंतव्य स्टेशन पर रेल यात्रियों को लाया जा रहा है। आधे यात्रियों को स्पेशल ट्रेन से हावड़ा लाया जा रहा था तो वहीं 200 से 250 लोगों को चेन्नई लाया जा रहा