देहरादून/मुख्यधारा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास में हिमालयन सेंटर द्वारा तैयार किये गये पहाड़ी गमछे (Pahari Gamcha) का लोकार्पण किया।
इस अवसर मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्रह्मकमल टोपी के बाद पहाड़ी गमछा (Pahari Gamcha) भी राज्य की पहचान बनेगा। उन्होंने कहा कि स्थानीय परिवेश और शैली के साथ समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को पहचान बनाने के प्रयासों से राज्य को भी पहचान मिलती है।
इस अवसर पर हिमालयन सेंटर के संस्थापक एवं सीईओ समीर शुक्ला ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनका प्रयास विभिन्न प्रांतों की भांति उत्तराखण्ड के अंगवस्त्रों को भी पहचान दिलाना है।
बताते चलें कि उत्तराखंड की पहाड़ी टोपी प्रदेश सहित देश और विदेश में खासी प्रचलित है। कई मौकों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पहाड़ी टोपी पहन कर उत्तराखंड का मान बढ़ाया है। यही कारण है कि आज प्रदेश के बुजुर्गों सहित युवा वर्ग भी पहाड़ी टोपी को पहनने में अपनी शान समझते हैं। पहाड़ी टोपी का आज अच्छा खासा बाजार है।
पहाड़ी टोपी को मिली अपार सफलता वाह समर्थन के बाद हिमालयन सेंटर द्वारा पहाड़ी गमछे को भी बाजार में उतार दिया गया है। उम्मीद है पहाड़ी टोपी की भांति ही पहाड़ी गमछे को ही प्रदेशवासियों का भरपूर प्यार व समर्थन मिलेगा।