छात्र–छात्राओं को नशे (drugs) से दूर रहने का दिलाया संकल्प
मुख्यधारा
नशा उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत, राजकीय महाविद्यालय गुरुडाबाज में छात्र–छात्राओं के बीच 23 मार्च 2023 के दिन एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्राम का आरंभ करते हुए कार्यक्रम अध्यक्ष और महाविद्यालय के प्राचार्य आरए सिंह ने मुख्य अतिथि, प्रसिद्ध समाज सेवी गोविन्द गोपाल का स्वागत करते हुए उपस्थित छात्र समुदाय से उनके अनुभवों का लाभ लेकर देवभूमि के समाज को नशा मुक्त करने के राज्य सरकार के लक्ष्य को प्राप्त करने का आह्वान किया।
इस अवसर पर प्रसिद्ध समाज सेवी गोविन्द गोपाल के ओजस्वी उद्बोधन ने न केवल उपस्थित छात्र – छात्राओं में वरन उपस्थित अन्य श्रोताओं में नशे के उन्मूलन हेतु एक नयी ऊर्जा का संचार किया। उन्होंने आसपास के समाज में व्यसनों के विरुद्ध अलख जगाने के अनुभव और निरंतर उन संघर्षों को बनाए रखने की अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से सामने आये अच्छे परिणामों को साझा किया। साथ ही छात्र समुदाय से ऐसे ही अपने – अपने गाँव समाज में सरकार के इस जनहित कार्यक्रम की अलख जगाने का आग्रह किया।
अपने उदबोधन को सजीव बनाते हुए उन्होंने उपस्थित छात्र छात्राओं से मंच से ही संवाद भी किया और उन्हें इस सामाजिक बुराई को दूर करने में भूमिका निभाने के सफल टिप्स भी दिए।
उन्होंने कहा कि नशे ने समाज के हर स्तर और हर वर्ग को बड़ी बुरी तरह से प्रभावित कर दिया है व सांस्कृतिक विकास को बाधित किया है। अब इस भयावह स्थिति से बचने केलिए सरकार के प्रयासों को आत्मसात करते हुए अपने–अपने स्तर से नशे के प्रसार के विरुद्ध कमर कसनी है और 2025 तक सरकार के नशा उन्मूलन के लक्ष्य को हर हाल में प्राप्त करना है।
उन्होंने पर्वतीय समाज में परिवार जैसी पवित्र संस्था को नशे से हो रहे नुकसान से बचाने के प्रयासों की अपील की।
एक समाजसेवी के समाज में नशे के विरुद्ध काम करते हुए सामने आयी कठिनाईयों को परास्त करने के, अपने अनुभवों को साझा करने के इस कार्यक्रम का आयोजन एवं संचालन प्रोफेसर राजीव कुमार सक्सेना ने किया।
उन्होंने गोविन्द गोपाल के समाज सुधार के अभियान को नशे के विरुद्ध एक सशक्त आवाज के रूप में रेखांकित करते हुए उनका आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया।
विचार गोष्ठी में छात्र-छात्राओं के साथ–साथ महाविद्यालय के प्राध्यापकगण एवं कर्मचारी भी उपस्तिथ रहे।
यहाँ यह उल्लेखनीय होगाकि राज्य सरकार ने 2025 नशा उन्मूलन का लक्ष्य रखा हुआ है और विभिन्न महाविद्यालयों में इस हेतु छात्र-समाज के बीच जागरूकता के कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। .