ब्रिक्स सम्मेलन में शामिल होने के लिए PM Modi रूस रवाना, पुतिन और जिनपिंग से होगी मुलाकात, जानिए क्या है ब्रिक्स

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ब्रिक्स सम्मेलन में शामिल होने के लिए PM Modi रूस रवाना, पुतिन और जिनपिंग से होगी मुलाकात, जानिए क्या है ब्रिक्स

मुख्यधारा डेस्क

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) दो दिन के महत्वपूर्ण दौरे के लिए मंगलवार सुबह 7 बजे राजधानी दिल्ली से रूस के लिए रवाना हो गए हैं। प्रधानमंत्री यहां पर ब्रिक्स सम्मेलन में भाग लेंगे। रूस की अध्यक्षता में दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।

ब्रिक्स समिट रूस के कजान शहर में हो रही है। प्रधानमंत्री मोदी आज शाम को ब्रिक्स लीडर्स के साथ डिनर में शामिल होंगे। रूसी राष्ट्रपति पुतिन से मिलेंगे। उनकी कई लीडर्स के साथ अनौपचारिक बातचीत भी हो सकती है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक पीएम मोदी बुधवार को ब्रिक्स की मीटिंग में हिस्सा लेंगे। इस दौरान पीएम मोदी कई नेताओं से द्विपक्षीय बातचीत भी करेंगे।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले चार महीनों में दूसरी बार रूस दौरे पर जा रहे हैं। इससे पहले वे जुलाई में भारत-रूस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे थे। इस यात्रा के कुछ ही दिनों बाद मोदी ने यूक्रेन की यात्रा की थी और वहां के राष्ट्रपति वोलोदोमीर जेलेंस्की से मुलाकात की थी। मोदी की कजान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए उपस्थित कुछ दूसरे देशों के प्रमुखों से भी मुलाकात की संभावना है। इसमें तुर्किये के राष्ट्रपति तैयिब एर्दोगान और ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के साथ भी मुलाकात की संभावना है। इन दोनों देशों के नई दिल्ली स्थित दूतावासों के अधिकारियों के साथ भारतीय विदेश मंत्रालय के बीच हाल के हफ्तों में विमर्श चलने की सूचना है।

समिट की साइडलाइन में पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बातचीत होने की संभावना है। विदेश मंत्रालय ने कल ही बताया कि भारत और चीन के बीच लद्दाख में पेट्रोलिंग को लेकर समझौते पर सहमति बन गई है।

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी और जिनपिंग की बातचीत हो सकती है। अगर ऐसा होता है तो 2 साल बाद दोनों नेता आपस में बातचीत करेंगे। दोनों के बीच आखिरी बार 2022 में इंडोनेशिया के बाली में जी20 समिट के दौरान मुलाकात हुई थी। बता दें कि ब्रिक्स दुनिया की प्रमुख उभरती अर्थव्यवस्थाओं को एक साथ लाने वाला एक महत्वपूर्ण समूह है, जिसमें विश्व की 41 प्रतिशत आबादी शामिल है, विश्व जीडीपी का 24 प्रतिशत और विश्व व्यापार में 16 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी है।

सितंबर 2010 में न्यूयॉर्क में ब्रिक विदेश मंत्रियों की बैठक में दक्षिण अफ्रीका को पूर्ण सदस्य के रूप में स्वीकार किए जाने के बाद ब्रिक समूह का नाम बदलकर ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) कर दिया गया। अब तक 15 बार ब्रिक्स समिट हो चुकी है। इस बार 16वीं समिट हो रही है। रूस अब तक तीन बार ब्रिक्स समिट की मेजबानी कर चुका है। यह चौथा मौका होगा जब पुतिन ब्रिक्स की अध्यक्षता करेंगे।

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