दु:खद : राजस्थान में दर्दनाक हादसा, पांच लोग जिंदा जले, 30 गाड़ियां जलकर राख
गैस से भरे दो टैंकरों में जोरदार भिड़ंत, पांच लोग जिंदा जले, कई झुलसे, हादसे के बाद 30 गाड़ियां जलकर राख
मुख्यधारा डेस्क
राजस्थान के जयपुर में आज सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। अजमेर हाईवे पर दिल्ली पब्लिक स्कूल के सामने केमिकल से भरे टैंकर में धमाका हो गया। जैसे ही ट्रक दूसरे वाहनों से टकराया 30 गाड़ियां आग की चपेट में आ गईं। घटना में 5 लोग जिंदा जल गए, 37 लोग घायल बताए जा रहे हैं। टैंकर के पीछे चल रही एक स्लीपर बस और हाईवे के किनारे मौजूद पाइप फैक्ट्री भी जल गई। धमाके और आग के कारण हाईवे बंद किया गया है।
घटना अजमेर रोड स्थित भांकरोटा इलाके की है। टैंकर सुबह करीब अजमेर से जयपुर की ओर आ रहा था। दिल्ली पब्लिक स्कूल के सामने से वह वापस अजमेर की ओर यू-टर्न ले रहा था। इसी दौरान जयपुर से आ रहा ट्रक टैंकर से भिड़ गया। जिसके बाद एक एक करके 30 गाड़ियां चपेट में आ गई। बताया जा रहा है कि सुबह करीब 5ः45 बजे भंक्रोटक डी क्लॉथोंन के पास दो ट्रकों की भिड़ंत हुई थी। जिसके बाद सीएनजी टैंक में जोरदार ब्लास्ट हुआ। इसमें आसपास की गाड़ियों को चपेट में ले लिया। वहीं सवारियों से भरी बस में इसकी चपेट में आ गई। कुछ लोग समय रहते बस से उतर गए। वहीं बस में सवार पांच लोगों की चपेट में आने से मौत हो गई।
घटना के बाद अफरा-तफरी का माहौल हो गया। ब्लास्ट की सूचना मिलते ही 30 से ज्यादा एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। सभी घायलों को जयपुर के सवाई मानसिंह हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा सहित कई मंत्रियों ने घटनास्थल पर हादसे के कारणों की जानकारी ली। विस्फोट की आवाज 10 किलोमीटर दूर तक सुनी गई, जिससे स्थानीय निवासी डर गए और वे यह सोचने पर मजबूर हो गए कि आखिर हुआ क्या है। आग इतनी भीषण थी कि 300 मीटर के दायरे में कई वाहन इसकी चपेट में आ गए और पूरी तरह जल गए। कई ईंधन टैंकों के फटने से बार-बार विस्फोट हुए। घटनास्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग की लपटें दूर से ही दिखाई दे रही थीं।
यह भी पढ़ें : अच्छी खबर: सरकारी विभागों में स्थानीय उत्पादों (local products) की खरीद के आदेश जारी
टैंकर में ब्लास्ट के बाद करीब 500 मीटर तक सड़क पर केमिकल फैल गया। इस कारण आग की चपेट में कई गाड़ियां आ गईं। एक फैक्ट्री भी केमिकल के कारण जल गई। हादसे के तुरंत बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने एसएमएस अस्पताल जाकर चिकित्सकों को तत्काल आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने एवं घायलों की समुचित देखभाल के निर्देश दिए। सीएम ने बताया कि प्रशासन द्वारा बचाव कार्य निरंतर जारी है। स्थानीय प्रशासन और आपातकालीन सेवाएं पूरी तत्परता से काम कर रही है।
यह भी पढ़ें : वर्ष 2026 में शुरू होगा पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेज : डॉ धन सिंह रावत