शहीद की शहादत को नमन एसएसपी ने दी अश्रुपूरित श्रद्धांजलि, शोकाकुल परिवार को दी सांत्वना
भावुक नजरों से अपने जिगर के टुकड़े के पार्थिक शरीर को निहारते रहे शहीद के पिता
मैं जला हुआ राख नहीं अमर दीप हूँ।
जो मिट गया वतन पर मैं वो शहीद हूँ।
अल्मोड़ा। बीती दो मई को हिन्दवाड़ा जम्मू कश्मीर में आतंकियों द्वारा परिवार को बन्धक बनाये जाने की सूचना पर मौके में पहुॅचे कमाडिंग आॅफिसर कर्नल आशुतोष शर्मा के साथ 5 जाॅबाज वीरों ने मातृभूमि की रक्षा करते हुए आतंकी मुठभेड़ में दो आतंकियों को ढेर कर अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था। शहीदों में जनपद अल्मोड़ा के मिरगाॅव दन्या निवासी दिनेश सिंह गैढ़ा(26) पुत्र गोधन सिंह गैढ़ा (भूतपूर्व सैनिक) के नाम की सूचना मिलते ही परिवार के साथ ही साथ पूरे गाॅव में शोक की लहर फैल गई। तब से शहीद के अन्तिम दर्शन हेतु पूरे परिवार सहित ग्रामवासी पथराई आंखों से पार्थिव शरीर का इन्तजार कर रहे थे। आज शहीद दिनेश सिंह का तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर लेकर मेजर जनरल पुष्पेन्द्र सिंह आदि सैन्य अधिकारी सेना वाहन के साथ जैसे ही शहीद के गांव मिरगांव पहुंचे तो घर के इकलौते चिराग के पार्थिव शरीर को देखते ही मां एवं बहिन की करुण क्रंदन व चीत्कार सुन पूरा माहौल गमगीन हो गया। शहीद के अमर बलिदान को याद कर उपस्थित प्रत्येक आंख नम हो गयी।
शहीद के पिता गोधन सिंह गैढ़ा, जो सेना में रहकर भारत मां की सेवा का धर्म निभा चुके हैं, पुत्र की शहादत को याद कर अभिमान के साथ ही साथ भावुक नजरों से पार्थिक शरीर को निहारते रहे।
माॅ भारती के लाल शहीद दिनेश के सर्वोच्च बलिदान को नमन करने हेतु अन्तिम यात्रा में शामिल प्रहलाद नारायण मीणा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा द्वारा शहीद की मां एवं शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाया गया।
“जब तक सूरज चांद रहेगा, दिनेश तेरा नाम रहेगा” इन नारों की गूॅज के साथ शहीद के परिजन, ग्राम वासियों व सैन्य अधिकारियों आदि के साथ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा शहीद के पार्थिव शरीर के साथ अन्तिम यात्रा में शामिल हुए।
शहीद के पार्थिव शरीर को रामेश्वर घाट पनार दन्या में प्रहलाद नारायण मीणा द्वारा पुष्पचक्र अर्पित करते हुए शहादत को नमन करते हुए उत्तराखण्ड पुलिस परिवार की ओर से शहीद के सर्वोच्च बलिदान व शहादत को सलाम किया गया।