एसडीएम-स्टेनो विवाद : स्टेनों के पक्ष में उतरे कई संगठन, एसडीएम पर शोषण का आरोप

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अंबेडकर जन जागृति मंच, भाजपा व कांग्रेस से जुड़े लोगों ने डीएम को भेजा ज्ञापन

स्टेनो पर दर्ज मुकदमा वापस लेने की मांग कर आंदोलन की चेतावनी

नीरज उत्तराखंडी/पुरोला

एसडीएम का आदेश फाड़ने को लेकर आशुलिपिक व एसडीएम के बीच जारी विवाद सुलझाने के कई प्रयासों के बाद भी थमने की बजाय हर दिन उलझता ही जा रहा है।

शुक्रवार को अंबेडकर जन जाग्रति मंच व कांग्रेस, भाजपा संगठन से जुड़़े लोगों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजकर उपजिलाधिकारी सोहन सिंह सैनी पर स्टेनों अभिषेक कुमार का आशुलिपिक कार्यभार जबरन नियम विरुद्ध छीनने व मुकदमा दर्ज कराने सहित मानसिक उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है।

ज्ञापन में कहा गया है कि आशुलिपिक अभिषेक कुमार ईमानदार कर्मचारी है, जो तहसील पुरोला में बतौर एसडीएम के स्टेनों के पद पर 4-5 वर्षो से कार्यरत है। आज तक किसी भी जनप्रतिनिधि व आम जनता को कभी भी इनके कार्य व व्यवहार से कोई शिकायत नहीं रही है।

ज्ञापन में कहा गया है कि एसडीएम सोहन सिंह सैनी ने दुराग्रह से ग्रसित होकर तीन दिन पूर्व अभिषेक कुमार को उनसे मूल पद स्टेनोंग्राफर के कार्य से हटाकर नियम विरुद्ध नायब नाजर से संबद्ध  करने के आदेश जारी किये गये। जिस पर अभिषेक ने आदेशों के बारे में एसडीएम सैनी से जानकारी चाही तो मुकदमा दर्ज करा दिया गया, जो कि अभिषेक कुमार का शोषण कर मानसिक उत्पीड़न है।

ज्ञापन में आशुलिपिक अभिषेक के विरुद्ध दर्ज मुकदमा वापस लेकर मूल पद आशुलिपिक पर बहाली की मांग की गई है।

ज्ञापन पर अंबेडकर जन जाग्रति मंच के संयोजक प्रकाश चंद, किसान संगठन के प्रकाश कुमार, कांंग्रेस के संयोजक बिहारी लाल शाह, भाजपा के दीपक, हिमानी व प्रधान सुभाष कुमार, हरिमोहन, सुनील कुमार, अनिल बेसारी, गोविंद राम, उपेंद्र शर्मा समेत कई लोगों के हस्ताक्षर हैं।

दूसरी ओर एसडीएम सोहन सिंह सैनी ने मामले को जांच का विषय बताते हुए अंबेडकर जन जाग्रति मंच समेत विभिन्न संगठनों के लगाये गये आरोपों को निराधार व मनगढ़ंत बताते हुए कहा कि यह उन्हें बदनाम करने की साजिश है।

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