पहाड़ों में आफत की बारिश: यहां भारी बारिश (Heavy rain) से तबाही, रेल ट्रैक बहा, भूस्खलन होने से लटकी बस, उत्तराखंड में चारधाम यात्री परेशान, इन राज्यों में अलर्ट जारी
मुख्यधारा डेस्क
हिमाचल प्रदेश में प्री मानसून की बारिश ने कहर बरपा दिया है। पिछले 24 घंटे में राज्य में हुई मूसलाधार बारिश के बाद कई जिलों में भारी नुकसान हुआ है।
राजधानी शिमला और आसपास क्षेत्रों में बारिश और भूस्खलन के बाद आवागमन भी बंद है। ऐसे ही उत्तराखंड के पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश ने चार धाम यात्रा में भी खलल डाला है।
उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश और राजस्थान में बादल छाए हुए हैं और कहीं-कहीं बारिश भी हो रही है।
सबसे ज्यादा कहर हिमाचल प्रदेश में बारिश कहर बरपा रही है। राजधानी शिमला में मानसून के दस्तक से पहले ही बारिश होने से भूस्खलन और कई पेड़ गिर गए हैं।
बारिश ने कालका शिमला रेल ट्रैक मूसलाधार बारिश की वजह से कालका शिमला रेल ट्रैक कोटी के पास बह गया। जिसकी वजह से रेल सेवा संचालन बंद कर दी गई है। शिमला में भूस्खलन होने की वजह से कई कार मलबे में दब गई हैं। पेड़ गिरने से आवागमन भी बाधित है।
वहीं दूसरी ओर शनिवार को हिमाचल प्रदेश के सिरमौर में एक बड़ा हादसा होने से बच गया। सिरमौर के उपमंडल राजगढ़ में शनिवार सुबह भूस्खलन की वजह एक पंजाब रोडवेज बस हवा में लटक गई। घटना में बस सवार यात्रियों की सांसे अटक कई।
घटना खैरी-राजगढ़ सड़क पर नेरबाग के पास की है। यहां बडू साहिब से बठिंडा जा रही पंजाब रोडवेज की एक बस सड़क किनारे हवा में लटक गई। जिससे यात्रियों की जान पर बन आई। गनीमत यह रही कि बस सड़क से नीचे खाई में नहीं लुढ़की, वरना एक बड़ा हादसा हो सकता था। वहीं कुल्लू के ऊपरी इलाकों में बारिश का दौर शुरू हो गया है।
वहीं, बारिश से घाटी के नदी नाले भी उफान पर है। जिला कुल्लू के मणिकर्ण घाटी के जिगराई नाले में भी जलस्तर बढ़ गया। वही, पुलगा की ओर गए सैलानियों के वाहन भी यहां पर फंस गए। जलस्तर अधिक होता देख सैलानियों ने क्रेन की व्यवस्था की। क्रेन से सैलानियों की गाड़ियों को नाले के दूसरे और निकाला गया।
बता दें कि मौसम विभाग के मुताबिक देश के 20 राज्यों में अगले चार दिन भारी बारिश होने की संभावना है। ऐसे ही उत्तराखंड के केदारनाथ धाम में दो दिन से लगातार मौसम खराब है। मौसम खराब होने का असर अब यात्रा पर भी पड़ना शुरू हो गया है।
यह भी पढें : गलत निर्णय की सजा भुगत रहा है देवभूमि उत्तराखंड (Devbhoomi Uttarakhand)
केदारनाथ धाम आने वाले यात्रियों की संख्या में बेहद कमी आने लगी है, जबकि धाम के लिए संचालित होने वाली चार हेली सेवाएं वापस चली गई हैं और घोड़े-खच्चर भी धाम से वापस लौट रहे हैं। निचले क्षेत्रों में नदियों का जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया है। मौसम विभाग ने तीन दिनों तक उत्तराखंड के उत्तरकाशी, देहरादून, टिहरी, नैनीताल बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। जिसके बाद जिला प्रशासन द्वारा पूरे प्रदेश में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है।
मौसम विभाग ने इन राज्यों में मध्यप्रदेश, राजस्थान, पंजाब, गुजरात, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, छत्तीसगढ़, ओडिशा, उत्तराखंड, तेलंगाना, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, हिमाचल प्रदेश, कोंकण और गोवा, विदर्भ, तटीय आंध्र प्रदेश, तटीय कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु शामिल हैं। हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में अगले तीन से चार दिन तक बारिश का अलर्ट जारी किया है। उत्तर प्रदेश में 25 और 26 को भारी बारिश, जबकि उत्तराखंड में 26 जून तक तेज बारिश का अनुमान है। हिमाचल प्रदेश में 24 से 26 जून के बीच भारी बारिश होगी।
इसके अलावा पंजाब, दिल्ली, हरियाणा और चंडीगढ़ में भी अगले तीन दिन बारिश की संभावना है। इसके अलावा मौसम विभाग शिमला ने कम विजिबिलिटी को लेकर भी अलर्ट जारी किया है। इन सभी जिलों में मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। ऐसे ही उत्तराखंड में राजधानी देहरादून समेत पहाड़ों पर बारिश हो रही है।
यह भी पढें : उत्तराखंड : उत्तराखंड के तोताराम रांगड़ ने तोड़ा था ‘तोताघाटी (Totaghati)’ का गुरूर