देहरादून हवाई अड्डा (Dehradun airport) विस्तारीकरण का पुरजोर विरोध, टिहरी बांध विस्थापितों सहित जौलीग्रांट क्षेत्रवासियों ने जताया कड़ा आक्रोश
देहरादून/मुख्यधारा
जौलीग्रांट के कंडल अठूरवाला में आज एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें सरकार द्वारा देहरादून हवाई अड्डे के विस्तारीकरण की एक तरफा कार्यवाही के विषय में विस्तृत बातचीत हुई। इस बैठक में टिहरी बांध विस्थापितों के अलावा जॉलीग्रांट क्षेत्र के लोग भी शामिल हुए।
सरकार द्वारा जिस प्रकार देहरादून हवाई अड्डे (Dehradun airport) के विस्तारीकरण हेतु टिहरी बांध विस्थापितों व समीप के क्षेत्रों के लोगों के घरों दुकानों व जमीनों का बिना किसी को भरोसे में लिए बिना किसी से बात किए नाप जोख की कार्यवाही की जा रही है, उसकी भर्त्सना की गई।
टिहरी बांध विस्थापितों द्वारा आक्रोश व्यक्त किया गया कि उनके द्वारा अपनी पैतृक संपत्ति को राष्ट्र के नाम इसलिए दे दिया गया था, क्योंकि भारत सरकार टिहरी बांध जैसी विशाल का योजना बना रही थी। 1980 के उस दौर के बाद 2008-09 में टिहरी बांध विस्थापितों को इसी हवाई अड्डे के विस्तारीकरण के कारण को एक बार फिर घर छोड़ने को मजबूर होना पड़ा था।
इस बीच उत्तराखंड सरकार द्वारा हवाई अड्डे की विस्तारीकरण हेतु लगातार सर्वे के काम चल रहे हैं। लोक निर्माण विभाग और हवाई अड्डा प्रशासन के अलावा तहसील प्रशासन के लोग इस क्षेत्र में तीन बार सर्वे कर चुके हैं।
इस विस्तारीकरण की जद में आने वाले क्षेत्र के लोगों ने सरकार की इस कार्यवाही के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़ने का ऐलान किया है।
क्षेत्रवासियों का कहना है कि किसी भी तरह से 1 इंच भूमि भी हवाई अड्डे के विस्तारीकरण के लिए वह नहीं देंगे और सरकार यदि इस प्रकार का रवैया नहीं छोड़ेगी तो सरकार के खिलाफ आक्रामक आंदोलन शुरू किया जाएगा।
बैठक में यह भी प्रस्ताव पारित किया गया कि जो भी क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि विधायक या सांसद क्षेत्रवासियों के हित में खड़ा नहीं होगा, उसका भी जमकर विरोध किया जाएगा।
क्षेत्रवासियों ने इस गंभीर समस्या के लिए 20 नवंबर अठूरवाला भानियावाला में एक विशालकाय बैठक का आयोजन करने का निर्णय लिया है, जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी।
इस अवसर पर गजेंद्र सिंह रावत, कमल सिंह राणा, अमित मनवाल, विक्रम सिंह भंडारी, हेमचंद सिंह राणा, कुशाल सिंह राणा, राजेंद्र सिंह राणा, नत्थी सिंह रावत, विक्रम सिंह रावत, गोविंद सिंह रावत, बेताल सिंह, बलदेव सिंह, महावीर सिंह, रविंदर सिंह नेगी, रविंद्र राणा, दिनेश राणा, जय सिंह राणा, गणेश थपलियाल, भूपेंद्र सिंह राणा, शेर सिंह पंवार, कमल सिंह भंडारी, भरत सिंह पंवार, श्याम सिंह रावत, प्रेम सिंह, पंचम सिंह, देवी सिंह रावत व स्वरूप सिंह रावत आदि क्षेत्रवासी शामिल हुए।
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