सवाल: जल संसथान (Jal Sansthan) की कारगुजारियों की पोल खोलती पेयजल लाइन
पीएम की महत्त्वाकांक्षी जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत हर घर नल से जल मुहैया कराने के संकल्प को विभाग की मिलीभगत से ठेकेदार लगा रहे पलीता
नीरज उत्तराखंडी/उत्तरकाशी
विभागीय ठेकेदारों पर सेवा गांव में पूर्व में स्वजल योजना के अंतर्गत बिछाई गई पाइप लाइन के पाइप उखाड़ कर जल जीवन मिशन के अंतर्गत बरी गांव में बिछाई जा रही बरी पेयजल योजना में उपयोग करने का गम्भीर आरोप।
जिला उत्तरकाशी के मोरी ब्लाक के सीमांत अनुसूचित जाति बाहुल्य बरी गांव में जल जीवन मिशन के अंतर्गत 24 लाख रुपये की लागत से मुरंडा पेयजल स्रोत से बरी गांव में निवास करने वाले 100 परिवारों के लिए पीने का पानी उपलब्ध करवाने के लिए पेयजल लाइन बिछाई गई। ठेकेदारों पर पुरानी पेयजल लाइन के पाइप उखाड़ कर नई लाइन में लगाकर लीपा-पोती कर सरकारी धन को ठिकाने लगाने का आरोप।
- पेयजल लाइन निर्माण के प्रथम चरण में किए गये कार्य की पोल खोलती योजना की हकीकत कुछ इस तरह है।
- पेयजल लाइन जमीन के ऊपर खुले में बिछाई नजर आ रही है जो निर्माण नियमों की अनदेखी का साक्षात प्रमाण प्रस्तुत कर रही है
- मामले में पूर्व प्रधान रोशन लाल भारती ने जिला अधिकारी उत्तरकाशी अभिषेक रूहेला को पत्र लिखकर जांच की मांग कर दोषी ठेकेदारों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग है।
वही जल संसथान के अधिशासी अभियन्ता संदीप द्विवेदी का कहना है कि मामला उनके संज्ञान में है शीघ्र ही थर्ड पार्टी एवं विभाग की टीम स्थलीय निरीक्षण करेंगी रिपोर्ट आने बाद अग्रिम कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।