हिमाचल (Himachal) में हाथ को मिला साथ : पहाड़ी राज्य ने कांग्रेस को दी संजीवनी, 4 साल बाद पार्टी ने किसी राज्य में चखा जीत का स्वाद
शंभू नाथ गौतम
गुजरात और हिमाचल (Himachal) प्रदेश विधानसभा चुनाव परिणाम की तस्वीर साफ हो चुकी है। गुजरात में जहां भाजपा ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की वहीं कांग्रेस ने भी हिमाचल प्रदेश में परचम लहरा दिया है।
कांग्रेस को लंबे अंतराल के बाद बड़ी सफलता मिली है। हाल के वर्षों में कांग्रेस अंदरूनी कलह के साथ घटते जनाधार से भी जूझ रही थी। एक के बाद एक कई राज्य कांग्रेस खोती जा रही थी।
साल 2018 के आखिरी में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने एक साथ 3 राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में अपनी सरकार बनाई थी। लेकिन करीब सवा साल बाद ही मध्यप्रदेश में भाजपा ने कांग्रेस की सत्ता गिरा दी थी। इसके साथ पार्टी के कई दिग्गज नेताओं ने किनारा कर लिया था।
कांग्रेस में दीर्घकालीन अध्यक्ष बनाने को लेकर कई बार पार्टी के नेताओं की रार खुलकर सामने आई। जिसमें वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस छोड़ दी।
इसके अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया, जतिन प्रसाद और आरपीएन सिंह समेत कई कांग्रेस नेता भाजपा में शामिल हो गए। इसके अलावा इसी साल पंजाब में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अपनी सत्ता गंवा बैठी।
वहीं उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में पार्टी का निराशाजनक प्रदर्शन रहा। यूपी जैसे बड़े राज्य में कांग्रेस 2 सीटों पर ही सिमट गई। इसके साथ दिल्ली, पश्चिम बंगाल, असम और गोवा के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस का जनाधार लगातार घटता गया।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रचार की कमान प्रियंका गांधी ने संभाली। राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा की वजह से एक भी दिन प्रचार करने नहीं पहुंचे। भले ही गुजरात में पार्टी ने खराब प्रदर्शन किया हो लेकिन हिमाचल प्रदेश में मिले पूर्ण बहुमत से कांग्रेस को संजीवनी मिल गई है।
इसके साथ कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में गुजरात और हिमाचल के विधानसभा चुनाव हुए। जिसमें खड़गे हिमाचल की परीक्षा में पास हो गए हैं। अब कांग्रेस की देश में पूर्ण बहुमत वाली तीन राज्यों में सरकार हो जाएगी। राजस्थान, छत्तीसगढ़ के बाद हिमाचल में पार्टी अपनी सरकार बनाने की तैयारी में जुट गई है।
राज्य की 68 सीटों पर वोटों की गिनती समाप्त हो गई है। अंतिम नतीजों में कांग्रेस ने बहुमत के लिए जरूरी 35 सीटों का आंकड़ा पार कर लिया है। कांग्रेस 40 सीटें जीत चुकी है।वहीं, भाजपा 25 सीटों पर सिमट गई।
2017 के मुकाबले उसे 19 सीटों का नुकसान हुआ। 3 सीटों पर निर्दलियों ने जीत दर्ज की है। एमसीडी चुनाव में भाजपा को हराने वाली आम आदमी पार्टी पहाड़ में खाता भी नहीं खोल पाई।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने नतीजों के बाद इस्तीफा दे दिया। वहीं गुजरात की 182 विधानसभा सीटों में से भाजपा ने 156 सीटें जीतकार रिकॉर्ड बना दिया है जीती हैं। उसे 2017 के मुकाबले 58 सीटों का फायदा हुआ है। वहीं, कांग्रेस को सबसे ज्यादा 60 सीटों का नुकसान हुआ है।
पार्टी ने पिछली बार 77 सीटें जीती थीं। इस बार उसे 17 सीटें ही मिली हैं।आम आदमी पार्टी गुजरात में महज 5 सीटें जीत सकी है। उसके तीनों बड़े नेता चुनाव हार गए हैं। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है। हिमाचल से लेकर दिल्ली पार्टी हाईकमान तक जश्न का माहौल है।
हिमाचल में राहुल गांधी एक भी दिन नहीं पहुंचे प्रचार करने, खड़गे पहली परीक्षा में पास
सबसे खास बात यह है कि हिमाचल विधानसभा चुनाव के दौरान एक भी दिन कांग्रेस सांसद राहुल गांधी जनसभा या रोड शो करने नहीं पहुंचे। इसके बावजूद हिमाचल की जनता ने कांग्रेस को सत्ता दिला दी। हालांकि राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार हिमाचल प्रदेश में 37 सालों से किसी भी पार्टी की सरकार दोबारा नहीं आई है। ऐसी रिवाज को इस बार भी हिमाचल ने आगे बढ़ाया है।
हिमाचल में कांग्रेस के शानदार प्रदर्शन पर राहुल गांधी ने पहली प्रतिक्रिया दी है। राहुल गांधी ने कहा, हिमाचल प्रदेश की जनता को इस निर्णायक जीत के लिए दिल से धन्यवाद। सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं को हार्दिक बधाई। आपका परिश्रम और समर्पण इस विजय की शुभकामनाओं का असली हकदार है। फिर से आश्वस्त करता हूं, जनता को किया हर वादा जल्द से जल्द निभाएंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हिमाचल प्रदेश हम जीते हैं उसके लिए हम मतदाताओं को धन्यवाद करता हूं। हमारे प्रेक्षक जा रहे है और वह तय करेंगे की राज्यपाल से कब मिलना है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा और प्रियंका गांधी को धन्यवाद देते हैं क्योंकि उनकी वजह से हम जीते हैं।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में बड़ी जीत हुई है। वहां की जनता ने कांग्रेस पर भरोसा किया है। (मल्लिकार्जुन) खड़गे के अध्यक्ष बनने की बाद यह पहली जीत है और प्रियंका गांधी ने भी खूब प्रचार किया।
यह जीत वहां के मतदाताओं और कार्यकर्ताओं की जीत है। कांग्रेस चुनाव जीतने वाले अपने सभी विधायकों को प्रदेश से बाहर दूसरे राज्यों में ले जा सकती है, ताकि इन्हें भाजपा नेताओं के संपर्क से दूर रखा जा सके।
कांग्रेस महासचिव विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि भाजपा गड़बड़ पार्टी है, लेकिन हमने गलतियों से काफी कुछ सीखा है। प्रतिभा सिंह मुख्यमंत्री चेहरा हैं। इससे पहले विधायक दल में चर्चा होगी। अंतिम निर्णय पार्टी हाईकमान लेगा।