चार धाम यात्रा के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशनों की संख्या बढ़ाई जाएगी, यात्रियों को साइबर ठगों से बचाने के लिए पुलिस की विशेष नजर
देहरादून/मुख्यधारा
इसी महीने 30 अप्रैल से शुरू होने वाली चार धाम यात्रा के लिए धामी सरकार तीर्थ यात्रियों की सुविधा को देखते हुए हर दिन कुछ न कुछ नया निर्देश जारी कर रही है। अभी तक यात्री ऑनलाइन में ही अपना रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं। चार धाम यात्रा शुरू होने से 3 दिन पहले धामी सरकार ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी शुरू करेगी। इस बार श्रद्धालुओं के लिए 60 ऑफलाइन काउंटर खुलेंगे। इस बार काउंटरों की संख्या दोगुनी से भी ज्यादा की जा रही है। ताकि बिना पंजीकरण आने वाले श्रद्धालुओं को ज्यादा परेशानी न हो। चार धाम यात्रा पर जाने के लिए पंजीकरण अनिवार्य है। चारों धामों की धारण क्षमता के अनुसार श्रद्धालुओं के लिए 60% ऑनलाइन पंजीकरण किए जा रहे हैं। जबकि 40% पंजीकरण ऑफलाइन होगे। ऑनलाइन पंजीकरण अब तक 14 लाख से ज्यादा हो चुके हैं।
यह पंजीकरण सेंटर हरिद्वार,ऋषिकेश और विकास नगर में खोले जाएंगे। यात्रा शुरू होने पर बाहरी राज्यों से बड़ी संख्या में बिना पंजीकरण के श्रद्धालु आते हैं। जिन्हें रजिस्ट्रेशन करने में काफी दिक्कत होती है। इसलिए सरकार ने इस बार पंजीकरण काउंटर बढ़ाने का निर्णय लिया है। हर साल की तरह इस बार भी बाबा केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। हालांकि, यात्रा शुरू होने से पहले ही साइबर ठग सक्रिय हो गए हैं। इस बार साइबर पुलिस और उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) ने इनसे निपटने के लिए कमर कस ली है। पुलिस और यूकाडा द्वारा हेली सेवाएं व अन्य बुकिंग के लिए यात्रियों से आधिकारिक वेबसाइट का प्रयोग करने की सलाह दी गई है।
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यात्री केवल उत्तराखंड सरकार की आधिकारिक वेबसाइट के जरिए ही बुकिंग करें
केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवाएं 2 मई से शुरू होंगी, जब धाम के कपाट खुलेंगे। इसके लिए ऑनलाइन बुकिंग प्रक्रिया आज से शुरू हो रही है। यूकाडा और भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। हेली सेवाओं की बुकिंग के लिए आईआरसीटीसी की वेबसाइट heliyatra.irctc.co.in पर जाना होगा। हर साल केदारनाथ और हेमकुंड साहिब के लिए हेली सेवाओं का संचालन होता है, लेकिन फर्जी वेबसाइट्स और स्कैमर्स यात्रियों को ठगने में जुट जाते हैं। इसे रोकने के लिए उत्तराखंड साइबर सेल ने प्राथमिकता के आधार पर कई कदम उठाए हैं।
वहीं, साइबर पुलिस ने अपील की है कि यात्री केवल उत्तराखंड सरकार की आधिकारिक वेबसाइट के जरिए ही बुकिंग करें। पिछले साल चारधाम यात्रा के नाम पर ठगी करने वाली 80 फर्जी वेबसाइट्स को बंद किया गया था और 30 से अधिक फेक फेसबुक विज्ञापनों को हटाया गया था। इसके अलावा, 50 से ज्यादा बैंक खातों को फ्रीज किया गया था। साइबर पुलिस ने कई ठगों को गिरफ्तार भी किया, जिनके पास से मोबाइल फोन और लैपटॉप बरामद हुए। पुलिस ने यात्रियों से आग्रह किया है कि ऑनलाइन आधार कार्ड या पैन कार्ड जैसी संवेदनशील जानकारी किसी के साथ शेयर न करें।
प्रशासन और पुलिस की सतर्कता से उम्मीद है कि इस बार यात्रा सुचारु और सुरक्षित रहेगी। पुलिस प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि टिकट बुकिंग से पहले वेबसाइट की प्रामाणिकता जांच लें और किसी भी संदेह की स्थिति में तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 पर संपर्क करें।