सरकार का एजेंडा लोगों को सांप्रदायिक आधार पर बांटकर जनता का ध्यान असली मुद्दों से भटकाने में
उत्तराखंड की सत्तारूढ़ भाजपा सरकार पर प्रदेश कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि केंद्र और राज्य सरकार केंद्रीय जांच एजेंसियों सीबीआई व ईडी का दुरुपयोग विपक्ष के नेताओं की आवाज दबाने के लिए कर रही है, लेकिन कांग्रेस अत्याचार अन्याय व जन विरोधी नीतियों के खिलाफ हमेशा अपनी आवाज़ बुलंद करती रहेगी।
प्रदेश के अनेक हिस्सों में आई आपदा में सरकारी लापरवाही, ध्वस्त पड़ी स्वास्थ्य सेवाएं, डेंगू की महामारी, बढ़ती बेरोजगारी व केंद्र तथा राज्य सरकार द्वारा सीबीआई ईडी जैसी जांच एजेंसियों के विपक्षी नेताओं के विरुद्ध दुरुपयोग के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में संघर्ष का बिगुल फूंक दिया है।
बुधवार को बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रीतम सिंह के नेतृत्व में देहरादून में गांधी पार्क के सामने धरना प्रदर्शन किया, जिसमें नेता प्रतिपक्ष विधानसभा डा. इंदिरा हृदयेश, विधायक मनोज रावत विधायक ममता राकेश, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय समेत अनेक पूर्व विधायकों पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।
इस मौके पर प्रीतम सिंह ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को राज्य का अब तक का सबसे असंवेदनशील मुख्यमंत्री बताया। उन्होंने सीएम पर राज्य में आई आपदा को हल्के में लेने का आरोप लगाते हुए कहा कि जिस प्रकार से सरकारी तंत्र ने काम किया, उससे नहीं लगता कि राज्य में आपदा प्रबंधन विभाग जैसा कोई मंत्रालय अस्तित्व में हैं। मुख्यमंत्री स्वयं इस विभाग के मंत्री हैं, लेकिन आपदा से निबटने में सरकार पूरी तरह से फेल हुई है। प्रीतम सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग का हाल ये है कि राजधानी देहरादून में डेंगू महामारी का रूप ले चुका है और उसकी गंभीरता यह है कि देहरादून का एक वरिष्ठ चकित्सक ही उसका शिकार हो कर जान गवां बैठा
नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर इंदिरा हृदयेश ने कहा कि केंद्र व राज्य की सरकार का एक मात्र एजेंडा लोगों को सांप्रदायिक आधार पर बांट कर जनता का ध्यान असली मुद्दों से भटकाने में लगाने का है।
धरने को पूर्व पीसीसी अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, विधायक ममता राकेश, मनोज रावत, पूर्व विधायक राजकुमार, प्रवक्ता गरिमा दसौनी, कमलेश रमन आदि ने भी संबोधित किया।