- निष्पक्ष जांच कर दोषियों को सजा दिलवाने को लेकर मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
- जांच में दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग
- जांच में लीपापोती होने पर उग्र आंदोलन की दी चेतावनी।
नीरज उत्तराखंडी/पुरोला
पुरोला तहसील में गुरुवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने प्रदेश में हुए अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (uksssc) व विधानसभा की बैकडोर भर्ती सहित अन्य विभागों के भर्ती घोटालों की निष्पक्ष जांच करने व दोषियों को कड़ी सजा देने को लेकर उपजिलाधिकारी जितेंद्र कुमार के माध्यम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन दिया।
छात्र संगठन ने ज्ञापन में कहा कि उत्तराखण्ड जैसे नवोदित देवभूमि कहे जाने वाले राज्य में इस प्रकार के घोटाले बहुत ही शर्मसार करने वाले कृत्य हैं वह भी तब जबकि भर्ती घोटालों में बड़े राजनेताओं व बड़े अधिकारियों का नाम सम्मिलित हो।
जहां एक ओर उत्तराखण्ड राज्य निर्माण की परिकल्पना हर घर रोजगार, हर गांव विकास व समृद्धि का था वंही इस प्रकार के घोटाले से युवाओं का भविष्य अंधकार में होना दुखद घटना है। ज्ञापन में छात्र संगठन ने कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों के युवाओं के पास सरकारी नौकरी करने के सिवा अन्य कोई बड़े रोजगार के साधन नही हैं, लेकिन इस प्रकार हर विभागों में घोटाले से सालों-साल तैयारी में जुटे युवाओं के भविष्य के साथ यह खिलवाड़ है व गरीब परिवारों के इन छात्रों के साथ अन्याय होगा।
छात्र संगठन ने मुख्यमंत्री से निष्पक्ष जांच कर दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग करते हुए चतावनी देते हुए कहा कि जो भी लोग इस प्रकार के भ्र्ष्टाचार में लिप्त हो, उन्हें कड़ी सजा नहीं दी जाती है तो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सम्पूर्ण प्रदेश में उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
ज्ञापन देने वालों में संगठन के जिला संयोजक राकेश नेगी, धीरेंद्र रावत, शिवम नौटियाल, दिनेश, कपिल, गौरभ, सूरज रावत आदि छात्र थे।