देहरादून/मुख्यधारा
उत्तराखंड कांग्रेस(Congress) के लिए सोमवार के दिन की शुरुआत अच्छी नहीं रही। आज दो वरिष्ठ कांग्रेसियों ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया है। इससे इससे कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है।
कांग्रेस की साढे चार दशक तक सेवा करने वाले वरिष्ठ नेता व प्रवक्ता आरपी रतूड़ी ने कांग्रेस(Congress) को भारी मन से छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि आज मन अत्यंत आहत है। उन्होंने 45 साल अपने जीवन की पार्टी को समर्पित किए और कांग्रेस को मजबूत करने में हर कदम पर साथ निभाया। आज कांग्रेस के जो हालात प्रतीत हो रहे हैं, उन्हें महसूस हो रहा है कि यहां भविष्य के लिए शुभ संकेत नहीं है।
आरपी रतूड़ी ने कहा कि पार्टी में जिस तरह के निर्णय लिए जा रहे हैं और जिस तरह की अंतर्कलह है, वह बहुत दुखद है। रतूड़ी ने यह भी कहा कि 2017 के चुनाव में भी कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा, किंतु पार्टी ने इससे सबक नहीं लिया। बावजूद इसके 2022 के विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद पार्टी में गुटबाजी और तेज हो गई। ऐसे में यह संकेत नहीं दिखाई दे रहे हैं कि 2027 में भी पार्टी चुनाव जीत सके।
आरपी रतूड़ी ने कहा कि उपरोक्त तमाम बिंदुओं को देखते हुए उन्होंने आहत होकर कांग्रेस के सभी पदों से मुक्त होते हुए कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है।
वहीं दूसरी ओर महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष कमलेश रमन ने भी आज कांग्रेस(Congress) को अलविदा कह दिया है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि वह बीते 3 दशकों से कांग्रेस के साथ जुड़ी रही। इस दौरान उन्होंने समर्पित भाव से भरसक प्रयास किया कि कांग्रेस को मजबूत किया जा सके, किंतु वह बीते कुछ समय से स्वयं को ठगा सा महसूस कर रही हैं।
कमलेश रमन ने कहा कि उन जैसे समर्पित कार्यकर्ता की उपेक्षा एवं पार्टी के भीतर अंतर्कलह से वह आहत हैं। ऐसे में वह अपने सभी पदों से मुक्त होते हुए कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे रही हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दोनों नेता अब आम आदमी पार्टी का दामन थाम सकते हैं।
बताते चलें कि कुछ समय पूर्व कांग्रेस(Congress) के वरिष्ठ नेता जोत सिंह बिष्ट ने भी कांग्रेस का साथ छोड़ दिया था। उसके बाद वह आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए।