Uttarakhand: अब राज्य में मेडिकल स्टोरों पर Pharmacist रखना हुआ अनिवार्य, मंत्री डा. धनसिंह रावत ने दिए कड़े निर्देश - Mukhyadhara

Uttarakhand: अब राज्य में मेडिकल स्टोरों पर Pharmacist रखना हुआ अनिवार्य, मंत्री डा. धनसिंह रावत ने दिए कड़े निर्देश

admin
dhan

Uttarakhand: अब राज्य में मेडिकल स्टोरों पर फार्मासिस्ट(Pharmacist) रखना हुआ अनिवार्य, मंत्री डा. धनसिंह रावत ने दिए कड़े निर्देश

  • विभागीय मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिये निर्देश
  • कहा, प्रत्येक मेडिकल स्टोर पर सुनिश्चित हो फार्मासिस्टों की तैनाती

देहरादून/मुख्यधारा

सूबे में नशीली एवं नकली दवाओं की रोकथाम के लिये प्रदेशभर में मेडिकल स्टोरों का निरीक्षण किया जायेगा। इसके साथ ही प्रत्येक मेडिकल स्टोर पर एक पंजीकृत फार्मासिस्ट की तैनाती का भी सत्यापन अभियान चलाया जायेगा। इसके लिये स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दे दिये गये हैं।

यह भी पढ़े : अच्छी खबर: उत्तराखंड शिक्षा विभाग (Uttarakhand Education Department) में शीघ्र होगी पदोन्नतिः डॉ. धनसिंह रावत

सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने मीडिया को जारी एक बयान में बताया कि प्रदेश में नकली एवं नशीली दवाओं की बिक्री को रोकने के लिये राज्य सरकार ने सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है। जिसके तहत प्रदेशभर में फुटकर दवा बिक्री के लिये पंजीकृत 12500 से अधिक मेडिकल स्टोरों के निरीक्षण के साथ ही वहां पर तैनात फार्मासिस्टों का भी भौतिक सत्यापन किया जायेगा। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को पूरे अप्रैल माह में विशेष अभियान के निर्देश दे दिये गये हैं।

यह भी पढ़े : दु:खद (Chamoli accident): चमोली में शादी से लौट रहे बरातियों का वाहन खाई में गिरने से पसरा मातम, 2 की मौत, 10 जख्मी

डा. रावत ने कहा कि औषधि एवं सौंदर्य प्रसाधन अधिनियम-1940 एवं 1945 की नियमावली के नियम 65(2) के अंतर्गत प्रत्येक मेडिकल स्टोर का लाइसेंस होने के साथ ही स्टोर पर दवा बिक्री के लिये पंजीकृत फार्मासिस्ट की तैनाती अनिवार्य रूप से होनी चाहिये। इसी प्रकार थोक दवा विक्रय के लिये भी नियम 64 के तहत अनुभवी व्यक्ति को ही लाइसेंस दिये जाने का प्राविधान है। इन्हीं नियमों का सख्ती से पालन करने के लिये खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग को सभी पंजीकृत मेडिकल स्टोरों का मुआयना करने के निर्देश दिये गये हैं।

यह भी पढ़े : D.El.Ed. entrance exam: उत्तराखंड में डीएलएड (D.El.Ed.) प्रवेश परीक्षा 20 मई को, ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 28 मार्च

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में लगभग 22 हजार फार्मासिस्ट पंजीकृत है, जिनमें से साढ़े बारह हजार से अधिक फार्मासिस्टों के नाम पर मेडिकल स्टोर के लाइसेंस जारी किये गये हैं, जबकि एक हजार के करीब फार्मासिस्ट राजकीय सेवा में तैनात हैं। उन्होंने कहा कि समय-समय पर यह भी शिकायत मिलती रही है कि एक लाइसेंस पर एक से अधिक मेडिकल स्टोर संचालित किये जा रहे हैं तथा उन पर पंजीकृत फार्मासिस्ट तैनात नहीं किये गये हैं, जो कि नियमों का सीधा-सीधा उल्लंघन है। इन्हीं तथ्यों को मध्यनजर रखते हुये विभागीय अधिकारियों को प्रदेश के सभी मेडिकल स्टोरों का भौतिक सत्यापन कर वहां पर पंजीकृत फार्मासिस्टों की तैनाती सुनिश्चित करने को कहा गया है ताकि सूबे के बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्टों को मेडिकल स्टरों पर रोजगार मिल सके।

यह भी पढ़े : अच्छी खबर: lilium flower की खेती से जनपद को मिलेगी नई पहचान

Next Post

स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत की प्रतिकृति सैन्य धाम में करेंगे स्थापित : Ganesh Joshi

स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत की प्रतिकृति सैन्य धाम में करेंगे स्थापित : गणेश जोशी (Ganesh Joshi) कोच्चि में देश के पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत का मंत्री गणेश जोशी ने किया निरीक्षण जोशी बोले : आत्मनिर्भर भारत को […]
n 1

यह भी पढ़े