नीरज उत्तराखण्डी/उत्तरकाशी
जिलाधिकारी Uttarkashi अभिषेक रुहेला ने जिला पशु क्रूरता निवारण सामिति एवं पशु संचालन से सम्बंधित हितधारकों के साथ जिला सभागार में बैठक की।
डीएम ने नगरीय क्षेत्रों एवं नेशनल हाइवे में आवारा पशुओं के विचरण की रोकथाम को लेकर ठोस व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी Uttarkashi ने ईओ नगर पालिका, पशुपालन विभाग औऱ पुलिस को निर्देशित करते हुए कहा कि नगर के ऐसे स्थान जहाँ आवारा पशु विचरण कर रहें उनका सर्वे कर लिया जाय। साथ ही आवारा पशुओं को कांजी हाऊस,गोशाला में रखें जाय। पशु मालिक जो टेग लगी हुई अपनी गायों को बाजार में छोड़ रहें है, उनका सत्यापन कर जुर्माना और चालानी कार्यवाही करने के निर्देश दिये। पशु क्रूरता को लेकर ब्लाक स्तर एवं स्कूलों,शिक्षण संस्थानों में भी जागरूकता फैलाने को कहा।
जिलाधिकारी ने पशुओं के चारा प्रबंधन की प्रबल व्यवस्था सुनिश्चित कराने हेतु मनरेगा के माध्यम से सिविल भूमि में नेपियर, सुपर मेपीएर आदि प्रजाति की घास उगाने के निर्देश सीवीओ को दिए।
इस दौरान बैठक में Uttarkashi सामिति के पदाधिकारियों द्वारा पशु क्रूरता के सम्बंध में अनेक सुझाव भी दिए। तथा सामिति में नए सदस्य बनने हेतु पांच सौ एवं आजीवन सदस्य हेतु इक्कीस सौ रुपये शुल्क निर्धारित करने का सुझाव दिया गया।
बैठक में प्रिंसिपल निम कर्नल अमित विष्ट, सीएमओ डॉ केएस चौहान, संदीप पाटिल, किरण पंवार, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ भरत दत्त ढोंडियाल, अजय पुरी, जाड़ी संस्था के द्वारिका सेमवाल, पर्यावरण प्रेमी प्रताप पोखरियाल, मेजर आरएस जमनाल सहित पशु हितधारक उपस्थित रहे।
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