कोरोना वायरस को लेकर नहीं किये गए अभी तक कोई विशेष इंतजामात
नीरज उत्तराखंडी/उत्तरकाशी
जहां प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर सावधानी बरतने की अपील की जा रही है, वहीं जनपद उत्तरकाशी के यमुना घाटी में ट्रेकिंग पर आने वाले देशी विदेशी पर्यटकों की स्क्रीनिंग और स्वास्थ्य परीक्षण करने की कोई व्यवस्था नहीं है।
यमुना घाटी के डामटा बर्नीगाड, नौगांव, पुरोला, मोरी होते हुए इन दिनों सैकडों देशी विदेशी पर्यटक सांकरी केदार कांठा ट्रेकिंग के लिए पहुंच रहे हैं, लेकिन उनका कहीं भी स्वास्थ्य परीक्षण नहीं किया जा रहा है।
कोरोना वायरस जैसी महामारी की पड़ताल के लिए कोई स्क्रीनिंग और स्वास्थ्य परीक्षण की कोई व्यवस्था नहीं है।
मोरी ब्लाक के केदारकांठा,भराटसर आदि की ट्रैकिंग पर देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को देखते हुए प्रशासन की ओर से कोरोना जैसी महामारी की रोकथाम के लिये कोई इंतजामात अभी तक नहीं किये गए हैं।
बताते चलें कि ट्रेकिंग पर जाने वाले पर्यटक नौगाँव, पुरोला मोरी होते हुये केदारकंठा जाते हैं। कोरोना वायरस का खौफ जहां सम्पूर्ण देश में बना है, वहीं क्षेत्र में इस महामारी से लोगों के मन में डर बना है, लेकिन अभी तक प्रशासन की ओर से पर्यटकों के आवागमन को देखते हुए कोई तैयारी नहीं की गई है।
हिमालयन हाईकर्स के सचिव चैन सिंह कहते हैं कि कोरोना वायरस के कारण व्यवसाय चौपट हो गया है। अगर स्थिति यही रही तो पूरे क्षेत्र में इस व्यवसाय से जुड़े लोगों के सामने आजीविका का संकट पैदा होता जा रहा है।
वहीं प्रभारी एसडीएम मनीष कुमार ने मीडिया को बताया कि पर्यटकों की जांच के लिए अभी तक कोई दिशा निर्देश प्राप्त नहीं हुए है।
बहरहाल कहा जा सकता है कि प्रशासन को क्षेत्र में कोरोना को लेकर कोई भय नहीं है, अगर इसकी चिंता होती तो यहां पहले दिन से ही हाई अलर्ट के चलते तमाम स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चाक-चौबंद कर दी जाती। अब देखना यह है कि टूरिस्ट के लिए स्क्रीनिंग की व्यवस्था कब तक हो पाती है।