Weather alert: उत्तराखंड में मौसम विभाग की 24, 25 व 28 जनवरी को भारी वर्षा व बर्फवारी की चेतावनी
देहरादून/मुख्यधारा
प्रदेश में मौसम विभाग ने 24, 25 एवं 28 जनवरी को भारी वर्षा एवं बर्फबारी की चेतावनी जारी की है।
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक विक्रम सिंह द्वारा जारी पूर्वानुमान के मुताबिक 24 जनवरी को प्रदेश के उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़ एवं देहरादून जनपदों में कहीं-कहीं भारी वर्षा एवं बर्फबारी की संभावना है। इसके अलावा देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत, उधम सिंह नगर एवं हरिद्वार जनपदों में कहीं-कहीं गर्जन के साथ ओलावृष्टि होने एवं आकाशीय बिजली चमकने व तीव्र बौछार पड़ने की भी संभावना जताई गई है।
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इसी प्रकार 25 जनवरी को उत्तरकाशी, देहरादून, चमोली, पिथौरागढ़ जनपदों में भारी वर्षा व बर्फबारी की संभावना है, जबकि देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत, उधम सिंह नगर एवं हरिद्वार जनपदों में गर्जन के साथ ओलावृष्टि होने एवं आकाशीय बिजली चमकने के साथ बारिश की तीव्र बौछारें हो सकती है।
28 जनवरी को उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़ व देहरादून जनपदों में कहीं-कहीं भारी वर्षा एवं बर्फबारी की संभावना बन रही है।
इसके अलावा प्रदेश के देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत, उधम सिंह नगर व हरिद्वार जिलों में कहीं-कहीं गर्जन के साथ ओलावृष्टि व आकाशीय बिजली चमकने के साथ बारिश की तीव्र बौछारें पड़ने की संभावना बन रही है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक प्रदेश में मध्यम से भारी हिमपात के कारण 2500 मीटर और उससे अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर सड़कें बंद होने की संभावना है। बर्फबारी वाले क्षेत्रों में बिजली, पाइप लाइन के प्रभावित होने की भी संभावना है।
इसके अलावा पर्वतीय क्षेत्रों विशेषकर उत्तरकाशी, चमोली एवं पिथौरागढ़ जनपदों में कहीं-कहीं स्थानों पर चट्टानें गिरने व भूस्खलन के कारण लिंक सड़कों में अवरोध उत्पन्न हो सकता है। ऐसे में इस अवधि के दौरान पर्वतीय क्षेत्रों के कुछ स्थानों पर शीत दिवस / शीतलहर की स्थिति रहने की संभावना जताई गई है। यही नहीं बर्फ के जमाव के कारण सड़कों पर फिसलन होने की भी संभावना है। ऐसे में इन जिलों में अतिरिक्त सतर्कता बरतने की लिए कहा गया है
ओलावृष्टि की वृक्षारोपण बागवानी और बड़ी फसलों को नुकसान हो सकता है। ऐसे में किसानों से अपील की गई है कि काटी गई फसलों को सुरक्षित स्थानों पर रख लें । लोगों को ओलावृष्टि व गर्जन के दौरान सतर्क रहने और सुरक्षित स्थान पर शरण लेने की सलाह दी गई है, जबकि पेड़ों के नीचे आश्रय न लेने को कहा गया है।