Weather Alert : उत्तराखंड में अगले दो दिन भारी बारिश व बर्फवारी की चेतावनी, इन क्षेत्रों में बर्फवारी से सतर्क रहने की सलाह
देहरादून/मुख्यधारा
उत्तराखंड में मौसम एक बार फिर से करवट बदलने वाला है। जिसको देखते हुए आज से अगले दो दिनों से मौसम विभाग ने भारी बारिश व हिमपात की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए राज्य सरकार ने संबंधित अधिकारियों को 2500 मीटर और उससे अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फ हटाने वाली मशीनरी की तैनाती के लिए समय पर व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।
मौसम विभाग ने उत्तराखंड में 29 जनवरी को भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के अनुसार 29 एवं 30 जनवरी 2023 को उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग एवं देहरादून जनपदों में कहीं-कहीं भारी वर्षा एवं बर्फवारी की संभावना है।
इसके अलावा देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत, ऊधमसिंहनगर एवं हरिद्वार जनपदों में कहीं-कहीं गर्जन के साथ ओलावृष्टि होने व आकाशीय बिजली चमकने सहित तीव्र बौछार होने की संभावना बन रही है।
30 जनवरी 2023 को उत्तरकाशी, मचेाली, बागेश्वर व पिथौरागढ़ जिलों में कहीं-कहीं पर भारी वर्षा/बर्फवारी होने की संभावना है, जबकि देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत, ऊधमसिंहनगर एवं हरिद्वार जनपदों में कहीं-कहीं गर्जन के साथ ओलावृष्टि होने व आकाशीय बिजली चमकने सहित तीव्र बौछार होने की संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग ने हिमपात होने की संभावना के चलते ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सड़कें बंद होने की संभावना जताई है। यही नहीं बर्फवारी वाले इलकों में बिजली व पाईप लाइनों के भी प्रभावित होने की संभावना है।
उत्तरकाशी, चमोली व पिथौरागढ़ जिलों में कहीं-कहीं पर चट्टाने गिरने/भूस्खलन के मद्देनजर लिंक सड़कों/राजमार्गों में अवरोध उत्पन्न हो सकता है।
इस अवधि के दौरान पर्वतीय क्षेत्रों के कुछ स्थानों पर शीत लहर की स्थिति बन सकती है। यही नहीं बर्फ जमने के कारण सड़कों पर फिसलन बन सकती है।
उपरोक्त तमाम संभावनाओं को देखते हुए प्रदेश सरकार ने समय पर अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। समय पर बर्फ हटाने वाली मशीनों को तैनात रहने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों में बिजली की कमी व ठंड को देखते हुए बिजली बैकअप के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने की लोगों को सलाह दी गई है। यही नहीं प्राथमिक चिकित्सा किट का भी पर्याप्त व्यवस्था रखें। फिसलन वाले इलाकों में अतिरिक्त सावाधानी बरती जाए। इसके अलावा हिमस्खलन वाले संभावित इलाकों के नजदीक वाले प्रतिष्ठानों व बस्तियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
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