मुख्यधारा
संसद का मानसून सत्र चल रहा। सड़क से लेकर संसद तक संग्राम मचा हुआ है। मंगलवार सुबह प्रवर्तन निदेशालय के कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी से पूछताछ को लेकर राजधानी दिल्ली कांग्रेस नेताओं ने धरना दिया। सोनिया गांधी के ईडी के पूछताछ के खिलाफ पार्टी सांसदों (mp) के साथ राहुल गांधी विजय चौक के पास धरने पर बैठ गए, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
हिरासत में लिए जाने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि सरकार न तो चर्चा कर रही है, न बोलने दे रही है। राहुल के अलावा कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल, शक्ति सिंह गोहिल समेत 50 सांसदों को हिरासत में लिया गया है। कांग्रेस की महिला कार्यकर्ताओं ने काले गुब्बारे उड़ाकर विरोध किया।
इस दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। वहीं दूसरी ओर राज्यसभा में भी 19 विपक्षी सांसदों को एक सप्ताह के लिए निलंबित कर दिया गया है। इनमें मौसम नूर, एल यादव, वी शिवादासन, अबीर बिसेवास, सुष्मिता देव, शांता छेत्री, मोहम्मद अब्दुल्लाह, एए रहीम, कनिमोझी, डॉ. शांतनु सेन, नदीम उल हक और डोला सेन शामिल हैं।
राज्यसभा सांसदों को सदन के वेल में प्रवेश करके नारेबाजी करने के लिए निलंबित किया गया है।
बता दें कि राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान. मंगलवार को विपक्ष द्वारा रोलबैक जीएसटी के नारे लगाए गए। उपसभापति ने हंगामा कर रहे सांसदों से कहा कि कृपया अपनी सीटों पर वापस जाएं। पूरा देश देख रहा है कि आप सदन को चलने नहीं दे रहे।
बता दें कि, बीते दिन लोकसभा में भी हंगामा किया गया था। महंगाई के विरोध में नारेबाजी के बाद कांग्रेस के चार सांसदों को लोकसभा के शेष सत्र से निलंबित कर दिया गया था।
कांग्रेस सांसदों ने हाथ में तख्तियां लेकर सदन में नारेबाजी की थी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सांसदों को चेतावनी दी थी कि सदन में तख्तियां लाने वाले किसी भी सांसद को कार्यवाही में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी। जिसके बाद कांग्रेस के चार सांसदों को निलंबित किया गया था।