- ऋषिकेश : लुहार के यहां बैठने को नौटंकी बताना व बीड़ी फूंकने वाला बयान देकर घिरी कांग्रेस, भाजपा की भी बढ़ी बेचैनी
- पारंपरिक धरोहरों का अपमान करना कांग्रेस-भाजपा के लिए होगा भस्मासुर साबित: दिनेश चंद्र मास्टरजी
ऋषिकेश/मुख्यधारा
यूं तो ऋषिकेश में महापौर पद के लिए चल रहे चुनावी घमासान देखने लायक बन रहा है, किंतु कांग्रेस के एक नेता ने गत दिवस अपनी रैली में एक ऐसा बयान दे डाला, जो चीड़ की राल के समान सियासी ज्वाला को और भड़का गया। यह बयान कांग्रेस प्रत्याशी दीपक जाटव के लिए फिलवक्त गर्म दूध जैसा बन गया है, जो न उगलते बनता है और न ही निगलते। उधर भाजपा उम्मीदवार शंभू पासवान को भी इसका तोड़ नहीं मिल पा रहा है। वहीं आम जनता के प्रत्याशी दिनेश चंद्र मास्टरजी का चुनावी मंडाण का ढोल और घुर-घुर कर रहा है। जिससे विपक्षियों की बेचैनी बढ़ती जा रही है।
यहां बात की जा रही है कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला की। वह गढवाल क्षेत्र से ताल्लुक रखते हैं। गत दिवस कांग्रेस प्रत्याशी दीपक जाटव की चुनावी सभा के दौरान रमोला ने कहा कि- ”वो जगह-जगह कहीं पर लुहार के यहां बैठ जाते हैं, कभी प्याज लगाने बैठ जाते हैं, कभी कुछ करने बैठ जाते हैं, जो ये नौटंकी टाइप की चल रही है, क्या ऐसी कुर्सी पर ऐसे व्यक्ति को आप आसीन करना चाहते हैं, मुझे आप बता दीजिए मन में सोचके। क्या वहां बैठकर बीड़ी फूंकने वाला आदमी चाहिए!”
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यह बयान जैसे ही सार्वजनिक हुआ, देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। अपनी पारंपरिक धरोहर से जुड़े समुदायों का मजाक उड़ाने पर कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला को लोग खूब खरी-खोटी सुना रहे हैं।
पूर्व सैनिक सुदेश भट्ट कहते हैं कि राजनीति में सिर्फ वोट बैंक के लिए आप इस तरह का वक्तव्य देंगे, इससे गहरा आघात पहुंचा। उन्होंने कहा कि अणसाल हमारे लुहार भाईयों के साथ ही हमारी पारंपरिक धरोहर हैं। दिनेश चंद्र मास्टरजी ने अपनी परंपरागत संस्कृति को बचाने का जो संदेश दिया है, उससे समस्त उत्तराखंडवासियों को गर्व होना चाहिए कि कोई तो है जो हाशिये पर पड़ी अणसालों को बचाने का संदेश दे रहा है। साथ ही किसानों के साथ खड़े होकर यह भी जताया कि उनकी मांगों का समधान को लेकर प्रयासरत रहेंगे। इस बयान से उत्तराखंड व खासकर पहाड़ के लोग बहुत आहत हैं।
सुदेश भट्ट कहते हैं कि तीर्थनगरी ऋषिकेश में जिस तरह से शराब का अवैध कारोबार फल-फूल रहा है, नशा बांटा जा रहा है, कांग्रेस नेता बताए कि दोनों बड़े दलों के अलावा आखिर यह किसकी देन है? उन्होंने कहा कि आपने जो इस समुदाय का अपमान किया है, इसका खामियाजा कांग्रेस को इस चुनाव में भुगतना पड़ेगा।
जनता के प्रत्याशी दिनेश चंद्र मास्टरजी मुख्यधारा से वार्ता करते हुए कहते हैं कि ऋषिकेश नगर निगम में उनके चुनावी मंडाण को देखकर भाजपा-कांग्रेस बौखला गई है। इनके द्वारा शहर में कभी उनके बैनर-पोस्टर फाड़े जा रहे हैं तो कभी उनको बीड़ी फूंकने वाला बताकर उनकी छवि धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। मास्टरजी कहते हैं कि इस बार ऋषिकेश की जनता कोई चूक नहीं करने वाली है। जनता समझ गई है कि उन्हें अणसाल में जाने वाला प्रत्याशी चाहिए या शराब व नशे को बढ़ावा देने वाले दलों से जुड़े प्रत्याशी।
उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि वे इस चुनाव में एक बूंद भी शराब नहीं बांटने वाले, जबकि विपक्षी इसी के सहारे चुनाव जीतने की कोशिश में जुटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि वे जनता के बल और गंगाजल के साथ चुनाव मैदान में है, यही गंगाजल मेरी नैया पार लगाएगा। रही बात हमारी पारंपरिक धरोहरों का अपमान करने की तो इस तरह के हथकंडे कांग्रेस-भाजपा के लिए भस्मासुर की तरह साबित होगा।
बता दें कि ऋषिकेश नगर निगम में कांग्रेस ने इस बार दीपक जाटव तो भाजपा ने शंभू पासवान को टिकट दिया है। इससे काफी समय से तैयारी कर रहे स्थानीय लोगों को झटका लगा। यही कारण रहा कि ऋषिकेश में आम जनता ने अपने टिकट पर दिनेश चंद्र मास्टरजी को मैदान में उतारा है। वह ढोल-दमाऊँ व मशकबीन की मंडाण के साथ चुनाव प्रचार में जुटे हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि कांग्रेस इसी समुदाय को लेकर हमेशा वोट बैंक की राजनीति करती आ रही है, लेकिन अब कांग्रेस के नेता चुनाव जीतने के लिए इसी समुदाय का अपमान कर रहे हैं। जिससे पार्टी का दोहरा चरित्र आम जनता के सामने आ गया है तो इस तरह का दांव इन बड़ी पार्टियों के लिए उल्टा भी पढ़ सकता है!