चमोली। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के तहत अगामी 25 सितंबर से 1 अक्टूबर तक जिले के 1 से 19 साल के सभी बच्चों को एल्बेंडाजोल की दवा खिलायी जाएगी। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के सफल संपादन को लेकर जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने गुरुवार को जिला समन्वयक समिति की बैठक ली और स्वास्थ्य विभाग को सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
जिले में 1 से 19 साल के 1 लाख, 8 हजार, 956 बच्चों को कृमि मुक्ति दवा एल्बेंडाजाॅल टैबलेट खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। कोविड के दृष्टिगत इस बार आशा व एएनएम घर-घर जाकर बच्चों को कृमि मुक्ति दवा खिलाएंगी। इस दौरान शारीरिक दूरी, मास्क एवं अन्य सुरक्षा उपायों का भी पूरा पालन किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने सीएमओ को निर्देश दिए कि कृमि मुक्ति कार्यक्रम के तहत जिले के 1 से 19 साल का कोई भी बच्चा दवा लेने से वंचित न रहे। कहा कि जिले में सड़क एवं अन्य निर्माण कार्यो में लगे मजदूरों के बच्चों को भी कृमि मुक्ति दवा खिलाना सुनिश्चित करें। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग अलग से नोडल अधिकारी नामित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी बच्चों ने कृमि मुक्ति दवा खा ली है इसकी रेन्डमली जाॅच भी जाए और इसकी रिपोर्ट 5 अक्टूबर तक उपलब्ध करें। ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कोई भी बच्चा दवा लेने से वंचित नही है। जिलाधिकारी ने सीएमओ को कृमि नियंत्रण कार्यक्रम का व्यापक प्रचार प्रसार कर जन समुदाय को बच्चों के स्वास्थ्य पर कृमि संक्रमण से होने वाले हानिकारक प्रभावों के बारे जानकारी देने को कहा। उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों एवं अभिभावकों से भी अपील की है कि वे कृमि मुक्ति कार्यक्रम में अपना सहयोग करें और अपने एवं अपने आसपास के 1 से 19 साल के बच्चों को कृमि मुक्ति दवा खिलाने में मदद करें। ताकि जिले का हर बच्चा शारीरिक तौर पर स्वस्थ्य रहें।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 जीएस राणा ने बताया कि बच्चों में खून की कमी, कुपोषण, कमजोरी, पेटदर्द, भूख न लगना, थकान, वजन में कमी आदि कृमि संक्रमण के लक्षण है तथा एल्बेंडाजाॅल एक कृमि नाशक दवा है, जिसका कोई साइड इफेक्ट नही। उन्होंने कहा कि सभी बच्चों को खाना खाने के बाद ही एल्बेंडाजाॅल की दवा खिलायी जाएगी।
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के जिला समन्वयक आशीष सती ने बताया कि आगामी 25 सितंबर से 01 अक्टूबर तक कृमि मुक्ति सप्ताह मनाया जाएगा। इस दौरान 1 से 19 वर्ष के सभी बच्चों को आशा व एएनएम के माध्यम से घर-घर जाकर कृमि नाशक दवा एल्बेंडाजाॅल की गोली खिलायी जाएगी।
बताया कि 1 से 2 साल तक के बच्चों को एल्बेंडाजाॅल की आधी गोली चूरा कर पीने के पानी के साथ दी जाएगी, जबकि 2 से 19 साल तक के बच्चों को पूरी गोली चबाकर खाने के लिए दी जाएगी। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 जीएस राणा, एसीएमओ डा0 एमएस खाती, जिला समन्वय आशीष सती आदि उपस्थित थे।