द्वारीखाल/मुख्यधारा
द्वारीखाल के विचला ढांगू क्षेत्र में इन दिनों आदमखोर गुलदार के आतंक से लोग दहशत में हैं। पांच दिनों के भीतर क्षेत्र में हुई दो घटनाओं से ग्रामीण सहमे हुए हैं और अकेले में जाने भारी खौफ पैदा हो गया। आज तड़के करीब चार बजे कांडी ग्रामसभा के कांडी में नेपाली युवकों पर गुलदार ने हमला कर एक युवक को घायल कर दिया। किसी तरह अन्य साथियों ने उसे गुलदार के जबड़े से खींच लिया। इससे पूर्व एक जुलाई को ग्रामसभा किनसुर के बागी गांव के एक 28 साल के युवक को गुलदार ने मौत के घाट उतार दिया था। क्षेत्रवासियों ने गुलदार को आदमखोर घोषित कर इसे मारने की मांग की है।
ग्रामीण मनोज नेगी ने बताया कि आज सुबह करीब चार बजे कांडी गांव के काटल तोक में कुछ नेपाली अपने डेरे में सो रहे थे। इसी दौरान गुलदार उनके यहां घुस गया और एक युवक पर हमला कर दिया। चीफ-पुकार सुनकर अन्य सो रहे युवकों ने शोर मचाकर उसे छुड़ा लिया। ऐसे में गुलदार ने एक बार फिर पीछे से हमला कर उस युवक को खींचने लगा, किंतु चार-चार अन्य लोगों ने उसे गुलदार के जबड़े से बचा लिया।
इस घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है और लोगों के लिए भारी संकट खड़ा हो गया है।
इससे पूर्व एक जुलाई को ग्राम बागी के युवक पृथ्वी चंद को गुलदार ने निवाला बनाया था। जिसके बाद किनसुर प्रधान दीपचन्द शाह ने वन विभाग लैंसडौन से इस तरह की आशंका के चलते पिंजरा लगाने की मांग की थी, किंतु आज पांच दिन बीत जाने के बावजूद वन विभाग ग्रामीणों को लेकर गंभीर नहीं दिखा और अब तक पिंजरा नहीं लगाया जा सका।
कांडी ग्रामवासियों ने डीएम पौड़ी एवं वन विभाग से गुलदार को आदमखोर घोषित करते हुए इसे शीघ्र मारने के आदेश जारी करने की मांग की है।
कुल मिलाकर यदि वन विभाग इस पर शीघ्र कार्यवाही नहीं करता है तो क्षेत्र में इस तरह की घटना फिर दोहराई जा सकती है।