उत्तरकाशी/मुख्यधारा
प्रदेश में दो दिनों से हो रही भारी बारिश के बीच गत रात्रि उत्तरकाशी के भटवाड़ी विकासखंड के मांडोंगांव पर प्रकृति ने कहर बरपाया। जहां बादल फटने से एक ही परिवार की दो महिलाओं व एक बच्चे का शव बरामद किया गया है।
सूचना पर जिला प्रशासन, आपदा प्रबंधन, पुलिस, एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीमें रात भर रेस्क्यू में जुटे रहे। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित भी रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान मौके पर रहे।
मृतकों में माधुरी(42) पत्नी देवानन्द, ऋतु(37) पत्नी दीपक एवं कु० ईशू (6) पुत्री दीपक सभी ग्राम माण्डो शामिल हैं। इसके अलावा अभी भी रेस्क्यू अभियान जारी है। रेस्क्यू टीम ने गणेश बहादुर, रविंद्र व रामबालक को अस्पताल पहुंचाया है।
बताया गया कि गत रात्रि बादल फटने से ग्राम मांडों, नीराकोट पनवाड़ी व किंकराणी स्थित घरों में मलबे के साथ पानी का सैलाब आया। पास में ही गदेरा उफान पर आ गया और मलबे ने आवासीय मकानों का रुख कर दिया। इस आपदा में करीब नौ आधा दर्जन से अधिक मकानों में पानी व मलबा घुसा और दो मकान पूरी तरह ध्वस्त होने की खबर है।
इसके अलावा भारी नुकसान की आशंका है। आपदा में क्या-क्या क्षति हुई है, इसका आकलन किया जा रहा है। साथ ही ग्रामीणों को जरूरी चीजें पहुंचाई जा रही हैं।
प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीण घटना को बयां करते हुए बताते हैं कि जिस समय ये घटना हुई, किसी को भी संभलने का मौका भी नहीं मिला। उनके तीन लोग देखते ही देखते मलबे के सैलाब में समा गए और अन्य परिजन बेबस खड़े होकर उनके लिए कुछ नहीं कर पाए।
वहीं दूसरी ओर टिहरी के भिलंगना ब्लॉक के ग्राम मेड में भी आज तड़के बादल फटने की खबर है। हालांकि यहां से अभी जान-माल की कोई सूचना नहीं है, किंतु यहां कई घर मलबे की चपेट में आए हैं। ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार बादल फटने के दौरान तेज आवाज आई, जिस कारण ग्रामीणों को संभलने का मौका मिल गया।