देहरादून/मुख्यधारा
कैबिनेट मंत्री डा0 हरक सिंह रावत ने कहा कि उन्हें कहीं जाना होगा तो वे कोई चर्चा-वर्चा नहीं करेंगे, इस मामले में पक्का ठाकुर हूं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यहां गारंटी तो जीवन की भी नहीं है, फिर किसी और बात की क्या गारंटी। हरक सिंह के इस बयान के बाद संभावना और बढ़ गई है कि हरक कभी भी पार्टी को छोड़ सकते हैं। बावजूद इसके हरक सिंह का कहना है कि अभी पूरा फोकस इस पर है कि आगामी चुनाव में भाजपा की सरकार कैसे बनेगी। हमेशा सियासत के केंद्र में रहने वाले हरक सिंह ने अपने इस बयान से एक तीर से दो निशाने साधे हैैं।
बताते चलें कि मंत्री हरक सिंह ने कहा था कि हरीश भाई जो भी बोले, मैं उनके चरणों में नतमस्तक हूं। मेरे लिए वो आशीर्वाद हैं, फूल हैं। इस बयान के अगले दिन ही कुमाऊं के एक आपदा क्षेत्र से कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने हरीश रावत से हरक सिंह की बात करवा दी। यह चर्चा चल ही रही थी कि इसके एक दिन बाद फिर से हरीश रावत से हरक सिंह की 24 घंटे के भीतर एक बार फिर से बात हुई। इससे जहां राजनैतिक हलकों में हरक सिंह के भाजपा छोड़ने की चर्चा तेज हुई, वहीं उत्तराखंड भाजपा भी असहज हो गई और पार्टी को डैमेज से पूर्व ही कंट्रोल करने की जिम्मेदारी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को सौंपी गई।
इसी कड़ी में मंगलवार 26 अक्टूबर को मदन कौशिक ने हरक सिंह रावत को अपने आवास पर बुलाया। जिस पर हरक सिंह रावत वहां पहंचे और उनकी बातचीत हुई। इस दौरान कौशिक व हरक सिंह को मीडियाकर्मियों ने घेर लिया और उनसे हालिया घटनाक्रम को लेकर सवाल दागे।
मदन कौशिक: सामान्य शिष्टाचार होता है, मिलते रहते हैं। हरक सिंह जी क्षेत्र से कल आए थे। मेरी पहले भी बातचीत होती रहती है, आज सुबह भी बात हुई। तो हम लोग थोड़ी देरबैठेंगे, बातचीत करेंगे। चुनाव पर बातचीत करेंगे, क्या है, कैसे है, आज रात को हम लोग बैठ करके अगले एक महीने का कार्यक्रम तय करेंगे।
देखें video : हरक सिंह ने क्या कहाः किस मामले में हैं पक्के ठाकुर
बहरहाल, हरक सिंह के बेबाक अंदाज व हालिया बयानबाजी और इन घटनाक्रमों पर नियंत्रण रखने के लिए देखना यह होगा कि भारतीय जनता पार्टी अब इसका क्या तोड़ निकालती है!
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