रामनगर/मुख्यधारा
हरीश रावत 28 जनवरी को रामनगर से नामांकन करने जा रहे हैं। इसी के साथ साफ हो गया है कि रंजीत रावत और उनके समर्थकों के भारी विरोध के बावजूद हरीश रावत पार्टी और अपने फैसले पर अडिग हैं और वे रामनगर से ही विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं। ऐसे में रामनगर सीट पर अब बड़ा सियासी दंगल देखने को मिलेगा।
यह जानकारी हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर रामनगर की जनता के साथ साझा की है।
बताते चलें कि गत दिवस कांग्रेस की 11 प्रत्याशियों की सूची में हरीश रावत को रामनगर विधानसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया गया है, जिसके बाद से रामनगर से चुनाव लड़ने की तैयारी में जोर-शोर से जुटे कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रंजीत रावत और उनके समर्थक खासे नाराज हैं। समर्थकों की ओर से रणजीत रावत पर दबाव बनाया जा रहा है कि वह इसी सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतर जाएं। हालांकि रावत ने कहा है कि वह अपने सभी समर्थकों की राय मिलने के बाद ही चुनाव लड़ने को लेकर अगला कदम उठाएंगे।
उधर हरीश रावत ने अपने शिष्य रणजीत सिंह रावत के साथ किसी भी तरह के मतभेद से इनकार किया है।
बहरहाल, अब देखना यह होगा रामनगर के सियासी समीकरण किस करवट बैठते हैं और यदि इस सीट पर रणजीत रावत ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया तो ऐसे में हरीश रावत के लिए भी रामनगर के रण में विपक्षी भाजपा सहित अपनों से भी पार पाने की बड़ी चुनौती होगी।
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