देहरादून/मुख्यधारा
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को चुनाव प्रचार के अंतिम दिन सभी दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी। इसी के साथ चुनाव प्रचार का शोर भी थम गया है। आज रविवार को प्रत्याशी डोर टू डोर प्रचार कर सकेंगे। इसके साथ ही सभी दलों के स्टार प्रचारकों द्वारा दिखाए गए हसीन सपनों के बीच मतदाता भी उलझ गए हैं।
प्रदेश में शनिवार को भारतीय जनता पार्टी के अमित शाह, राजनाथ सिंह, योगी आदित्यनाथ व अनिल बलूनी जैसे स्टार प्रचारकों ने भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में जनसभाएं की। वहीं प्रियंका गांधी और सचिन पायलट ने कांग्रेस प्रत्याशियों के लिए जनसभा को संबोधित किया। आम आदमी पार्टी के मनीष सिसोदिया ने भी अपने प्रत्याशियों के लिए वोट मांगे।
प्रियंका गांधी ने श्रीनगर, खटीमा और हल्द्वानी में जनसभा की। अमित शाह ने देहरादून, हरिद्वार व धनोल्टी में जनसभा को संबोधित किया। राजनाथ सिंह ने कपकोट साल्ट और रामनगर में जनसभाएं की।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोटद्वार और टिहरी में अपने प्रत्याशियों के लिए जनसभा को संबोधित किया। सचिन पायलट ने कोटद्वार यमकेश्वर व रानीखेत में जनसभा की तो मनीष सिसोदिया ने देहरादून में प्रेस वार्ता आयोजित की। अनिल बलूनी ने पौड़ी में जनसभा को संबोधित किया। इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शुक्रवार को जनसभा को संबोधित किया था।
इस दौरान सभी दलों के स्टार प्रचारकों ने दूसरे दलों पर आरोपों की झड़ी लगाते हुए स्वयं की पार्टी को श्रेष्ठ घोषित करने का प्रयास किया। इस दौरान योगी आदित्यनाथ की कोटद्वार रैली में उनके द्वारा कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह नेगी की तारीफ किए जाने का वीडियो खूब वायरल हो रही है।
वहीं दूसरी ओर देहरादून में अमित शाह की जुबान फिसली और उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत पर ऐसी टिप्पणी कर दी, जिसकी सभी कड़ी आलोचना कर रहे हैं। वहीं भाजपाई उनकी बात पर ठहाके लगाते नजर आ रहे हैं।
कुल मिलाकर स्टार प्रचारकों की जनसभाओं में देखने को मिला कि उन्होंने मतदाताओं को एक से बढ़कर एक ऐसे कई असंख्य हसीन सपने दिखाए, जिसके भंवर में मतदाता उलझकर रह गए हैं और किस दल का प्रत्याशी उनके प्रतिनिधि के रूप में बेहतर हो सकता है, मतदान से पूर्व इसका गुणा भाग कर रहे हैं।
बहरहाल, प्रदेश में चुनाव प्रचार का शोरगुल थम चुका है। रविवार को प्रत्याशियों द्वारा आज घर घर जाकर चुनाव प्रचार किया जाएगा। अब देखना यह होगा कि प्रदेश की पांचवीं विधानसभा में प्रदेश की जनता किसकी सरकार बनाती है!