देहरादून। देश में चाहे कोई भी तीर्थ स्थल क्यों न हो, हमेशा से आम श्रद्धालुओं के लिए वीआईपी व्यवस्था परेशानी बनती रही है। इस व्यवस्था में वीआईपी लोगों के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं को घंटों लाइन में इंतजार करना पड़ता है। जिसकी वजह से कई बार अव्यवस्था भी फैल जाती है। इसके साथ भक्तों में कई बार गुस्सा भी देखा गया।
मौजूदा समय में उत्तराखंड में चार धाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। यहां भी वीआईपी व्यवस्था से कई दिनों से आम श्रद्धालु परेशान थे।
श्रद्धालुओं की उमड़ी भारी भीड़ उत्तराखंड की धामी सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गई। हालांकि इसके लिए उत्तराखंड सरकार ने गाइडलाइन भी जारी की है, लेकिन श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन के किए गए इंतजाम नाकाफी हो गए। इसकी एक वजह यह भी थी कि दर्शन करने के लिए वीआईपी व्यवस्था आम श्रद्धालुओं के लिए परेशानी बनी हुई थी। वीआईपी के दर्शन करने के दौरान तीर्थ यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ता था, लेकिन अब प्रदेश सरकार ने यह सिस्टम खत्म कर दिया है।
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने शुक्रवार को बताया कि अब वीआईपी विजिटर आम यात्रियों की तरह ही दर्शन करेंगे। अशोक कुमार ने बताया, ‘केदारनाथ धाम (kedarnath dham) दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की उमड़ती भीड़ को देखते हुए मंदिर के लिए वीआईपी एंट्री रोक दी गई है।
प्रशासन के अनुसार, वीआईपी विजिटर अब आम यात्रियों की तरह ही दर्शन करेंगे। बाबा केदारनाथ धाम (kedarnath dham) में सबसे अधिक श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। बता दें कि पिछले छह दिनों में ही 1 लाख 30 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं।